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चार अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद

समस्तीपुर : शहर के चर्चित वकील विजय कुमार पोद्दार व गैरेज संचालक मो. जावेद हत्याकांड का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर लिया. मामले में शातिर अपराधी मो. चांद समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. अपराधियों के पास से एक नाइन एमएम की पिस्टल, देसी कट्टा, हत्या में इस्तेमाल गंड़ासा, तीन मोबाइल के अलावा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2017 5:51 AM
समस्तीपुर : शहर के चर्चित वकील विजय कुमार पोद्दार व गैरेज संचालक मो. जावेद हत्याकांड का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर लिया. मामले में शातिर अपराधी मो. चांद समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. अपराधियों के पास से एक नाइन एमएम की पिस्टल, देसी कट्टा, हत्या में इस्तेमाल गंड़ासा, तीन मोबाइल के अलावा एक चोरी की अपाची बाइक बरामद की गयी है.
अन्य गिरफ्तार अपराधियों की पहचान वारिसनगर थाने के मथुरापुर निवासी मो. शकील, रूपनारायणपुर बेला का दीपक कुमार व रेलवे पुल के नीचे मुर्गा बेचनेवाला गुलाब अहमद रजा के रूप में की गयी है. अपराधियों ने दोनों हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
मुफस्सिल थाने पर एसपी नवल किशोर सिंह ने बताया कि शहर के शेख टोली मोहल्ले का रहनेवाले मो. चांद ने साथियों के साथ मिल कर गैरेज संचालक मो. जावेद की हत्या की थी. एसपी ने बताया कि दादपुर के पास गैरेज चलानेवाला जावेद भी दूध का धोया नहीं था. वह भी अापराधिक प्रवृत्ति का था. एक-दो मामले में जेल भी जा चुका था.
एसपी ने बताया कि 13 अप्रैल की रात जावेद, मो. चांद आदि रूपौली में एक ताड़ी दुकान पर ताड़ी पी रहे थे.इसी दौरान किसी बात पर दोनों में विवाद हो गया. उसके बाद मो. चांद ने साथियों के साथ मिल कर उसकी गला काट कर हत्या कर दी. जावेद के गर्दन को भी रुपौली के पास एक खेत में गाड़ दिया. साथ ही शव की पहचान नहीं हो, इसके लिए भमरुपुर के पास ले जाकर उसे जलाने का प्रयास किया. मो. चांद की निशानदेही पर गर्दन काटने में इस्तेमाल किया गया गंड़ासा पुलिस ने रूपौली से बरामद किया है. हालांकि, जावेद का सिर नहीं मिल पाया. पुलिस को यह सफलता सदर डीएसपी मो. तनवीर के नेतृत्व में मुफस्सिल थानाध्यक्ष कुमार कीर्ति व डीआइयू टीम की संयुक्त प्रयास से मिली.
सुपारी लेकर की गयी अधिवक्ता की हत्या
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकर किया है कि 28 जनवरी को शहर के थानेश्वर रेलवे ब्रिज के नीचे अधिवक्ता विजय पोद्दार की हत्या भी मो. चांद व उनके साथियों ने की थी.
गिरफ्तार मथुरापुर निवासी मो. शकील व गुलाब अहमद रजा ने घटना को अंजाम देने के बाद भागते हुए मो. चांद को देखने की बात स्वीकार की है. गौरतलब है कि 28 जनवरी को अधिवक्ता विजय की कोर्ट से घर लौटते समय गोली मार हत्या की गयी थी.मो. चांद ने पुलिस के समक्ष बताया कि वकील को मारने के लिए उसे सुपारी मिली थी. हालांकि इसके लिए उसे किसने और कितने रुपये की सुपारी दी इस बात का खुलासा नहीं किया है.

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