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प्रमुख के बाद विधायक ने किया विद्यालय भवन का शिलान्यास

प्रमुख के बाद विधायक का शिलान्यास कार्यक्रम अब तूल पकड़ने लगा है. लोगों ने इसे महिला जनप्रतिनिधि का अपमान बताया है.

मोरवा . निकसपुर पंचायत के अमृतपुर विद्यालय प्रांगण में हुए प्रमुख के बाद विधायक का शिलान्यास कार्यक्रम अब तूल पकड़ने लगा है. लोगों ने इसे महिला जनप्रतिनिधि का अपमान बताया है. वहीं इस क्रियाकलाप को लेकर विधायक की किरकिरी हो रही है. बताया जाता है कि 80 लाख की लागत से बनने वाले विद्यालय भवन का शिलान्यास कार्यक्रम होना था. संवेदक द्वारा विधायक और प्रमुख का नाम लिखा शिलापट्ट लगाया गया था. दर्जनों ग्रामीणों मौजूद थे. विधायक रणविजय साहू के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उनके आगमन की लोग प्रतीक्षा कर रहे थे. काफी देर तक विधायक के नहीं पहुंचने के कारण लोगों के आग्रह पर प्रमुख सान्या नेहा द्वारा शिलान्यास किया गया था. इस मौके पर कार्यकर्ताओं के द्वारा बताया गया था कि विधायक रणविजय साहू तेजस्वी यादव के कार्यक्रम में व्यस्त रहने के कारण नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसके एक सप्ताह बाद दूसरा शिलापट्ट लगाकर विधायक के द्वारा उसी विद्यालय भवन का शिलान्यास किया गया. जिस पर प्रमुख का नाम भी अंकित नहीं था. इस कार्यक्रम के बाद लोगों ने आवाज उठानी शुरू कर दी. प्रमुख पति गौरव कुमार शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा समस्तीपुर के कार्यक्रम में ही विधायक को बताया गया था कि प्रमुख के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम को उनकी अनुपस्थिति में शिलान्यास किया जा चुका है. विद्यालय भवन के निर्माण हो जाने के बाद विधायक उसका विधिवत उद्घाटन कर लेंगे. ऐसे में दोनों का मान-सम्मान रह जायेगा लेकिन विधायक द्वारा उनकी बातों को नजरअंदाज किया गया. कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम तय किया गया है उसे कैसे टाला जा सकता है. इसी बीच ग्रामीणों के द्वारा भी इस बात को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई कि एक स्थानीय राजद कार्यकर्ता द्वारा शिलापट्ट पर प्रमुख के नाम लिखे होने पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी. विद्यालय परिसर में ही इसके द्वारा कहा गया था कि विधायक के कार्यक्रम में प्रमुख का क्या औचित्य है. इस बाबत ग्रामीणों में उबाल होने लगा है. आत्मा के पूर्व अध्यक्ष रामानंद ठाकुर ने बताया कि किसी भी चीज का शिलान्यास एक बार ही होता है. प्रमुख द्वारा जब शिलान्यास लोगों के आग्रह पर कर दिया गया फिर विधायक द्वारा दोबारा इस चीज का शिलान्यास करना क्या दर्शाता है. इसी तरह ग्रामीण वैद्यनाथ शर्मा का कहना है कि प्रखंड के प्रमुख का भी काफी महत्वपूर्ण स्थान है. जब प्रमुख द्वारा ग्रामीणों के आग्रह पर शिलान्यास किया गया फिर विधायक के शिलान्यास का क्या औचित्य है. अधिवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि यह तो महिला जनप्रतिनिधि का सरासर अपमान है. ग्रामीण रंजन कुमार ने इसको बकवास करार दिया. इसी तरह दीपक कुमार ने कहा प्रमुख ग्रामीणों के आग्रह पर शिलान्यास किया था. दोबारा विधायक द्वारा शिलान्यास किया जाना दोनों के बीच रिश्ते में खटास पैदा कर सकता है. घुंघरू कुमारी ने ऐसी हरकत न करने की सलाह दी है तो संतोष ठाकुर ने बताया कि शिलान्यास की जानकारी सब लोगों को थी. अनिल ठाकुर ने बताया कि प्रमुख भी जनप्रतिनिधि हैं. प्रखंड में सर्वोच्च स्थान है. अपने ही पंचायत में उनके द्वारा शिलान्यास किया गया फिर विधायक को शिलान्यास दोबारा करने की कोई जरूरत ही नहीं थी.

बोले विधायक

विधायक रणविजय साहू ने कहा कि संवेदक द्वारा कार्यक्रम निर्धारित किया गया था. कार्यक्रम में व्यस्त होने की वजह से उस तिथि को नहीं पहुंच सके. दूसरे दिन उनके द्वारा विद्यालय भवन का विधिवत रूप से शिलान्यास किया गया.

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