मोहिउद्दीननगर : प्रखंड क्षेत्र में राज्य सरकार की घोषणा के अनुरूप कृषि विभाग ने किसानों को ड्रोन तकनीक से खेती करने की दिशा में प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया. बुधवार को रासपुर पतसिया पूरब पंचायत में पौध संरक्षण विभाग की ओर से ड्रोन से कीटनाशक एवं तरल उर्वरक का छिड़काव शुरू किया गया. इस नवीनतम तकनीक के प्रयोग से न सिर्फ कृषि में लागत व समय की बचत होगी बल्कि अच्छी पैदावार होने से किसानों की आर्थिक स्थिति उन्नयन का मार्ग भी प्रशस्त होगा. कृषि विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक विभागीय स्तर से इसके लिए एजेंसी की नियुक्ति की गई है. जिले के 20 प्रखंडों में ड्रोन से रबी फसलों में छिड़काव के लिए 2000 एकड़ लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बताया जाता है कि ड्रोन से प्रति एकड़ छिड़काव में 480 रुपये खर्च आता है. इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार 240 रुपये की सब्सिडी देती है. जबकि कीटनाशक का खर्च किसान को स्वयं निर्वहन करना होता है. वहीं कृषि विभाग के डीपीटी पोर्टल पर ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन कर किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. एक किसान अधिकतम 10 एकड़ में ड्रोन से कीटनाशक करने में अनुदान का लाभ ले सकते हैं ड्रोन की खरीदारी पर राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 3.65 लाख रुपए अनुदान मिलने की बात विभागीय स्तर से बताई गई है. सहायक निदेशक पौधा संरक्षण विभाग राजीव कुमार रजक ने बताया कि जिले के चारों अनुमंडल में पंजीकृत एक-एक किसान को ड्रोन खरीद सकते. कृषि विभाग किसने की उन्नति के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है