निजी अस्पताल ले जाने के विरोध में असामाजिक तत्वों ने एंबुलेंस कर्मी से की थी मारपीट दो दिनों से सदर अस्पताल में ठप है एंबुलेंस सेवा जिले में एंबुलेंस सेवा ठप करने को लेकर लिखा सीएस को पत्र डीएस ने कहा एंबुलेंस कर्मियों से की जा रही वार्ता कार्रवाई को लेकर हो रही है वार्ता समस्तीपुर. जिले के एंबुलेंस कर्मी संघ ने जिले में एंबुलेंस सेवा ठप करने को लेकर सीएस को एक पत्र सौंपा है. संघ के ज़िला सचिव रमन कुमार झा ने कहा कि दो दिनों पूर्व सदर अस्पताल से एक मरीज के दुर्घटना में घायल होने के बाद दरभंगा मेडिकल कॉलेज रेफर होने के बाद ले जाया जा रहा था. इसी बीच मुक्तापुर गुमती के पास वाद- विवाद के बाद मरीज के मौत की सूचना मिलते ही उसे अस्पताल में डॉक्टर से पुष्टि कराकर जब ले जा रहा है. अचानक मरीज के परिजनों ने निजी अस्पताल में ले जाने पर जोर देने लगे. इसके बाद कर्मियों ने विरोध किया, तो असामाजिक तत्वों ने चालक, एमटी करमचंद के साथ मारपीट की. जान बचाकर किसी तरह भागे. इसकी सूचना पर 112 की टीम को दी. इसके बाद मौके पर पहुंचकर टीम ने उसे सुरक्षित निकाला गया और सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. घटना की सूचना मिलते ही एम्बुलेंस ज़िला संघ के सचिव अन्य चालक, एमटी पहुंचकर अस्पताल प्रशासन को घटना की जानकादी दी. प्राथमिक उपचार कराया गया. प्राथमिकी दर्ज करने व कार्रवाई करने की मांग की. इसके बाद सदर अस्पताल में एंबुलेंस सेवा ठप कर दी. बाद में दो दिनों से कार्रवाई नहीं होने को लेकर संघ के सचिव रमन झा ने सभी चालक व एमटी के साथ बैठक कर जिले में एंबुलेंस सेवा 12 जून की 12:00 बजे रात्रि से मरीजों के लिए ठन करने का ऐलान किया है. एम्बुलेंस सेवा पूरे ज़िले में ठप करने को लेटर सीएस को पत्र दिया है. कहा है कि जब तक पीड़ित कर्मियों को न्याय नहीं मिलेगा और आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी के साथ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक एम्बुलेंस सेवा ठप्प रहेगी. हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर गिरीश कुमार ने कहा कि कर्मियों से वार्ता की जा रही है. मरीजों की सुविधाओं को लेकर विचार किया जा रहा है. एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर नहीं जाए और कार्रवाई हो, इसको लेकर वार्ता की जा रही है. ताकि मरीजों को कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. खासकर गंभीर रूप से बीमार मरीजों को सदर अस्पताल से इलाज के बाद रेफर होने के बाद मेडिकल कॉलेज जाने को लेकर परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. एंबुलेंस सेवा ठप होने की सूचना मिलते ही अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के बीच चिंता और चर्चा का विषय बना हुआ है. गंभीर मरीजों का बेहतर इलाज रेफर होने के बाद कैसे होगा?
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