सीमेंट फैक्ट्री में हुई घटना को दबाने की मंशा ने भड़काया जनाक्रोश
सरसौना स्थित ड्यूराटाॅन सीमेंट फैक्ट्री में गुरुवार की देर रात हुई घटना को दबाने की मंशा ने जनाक्रोश भड़का दिया.
– वैशाली जिला के बडीहा लाइन होटल के निकट लोगों ने भांपी मंशा
– प्रबंधक के फरार होने पर गहरायी आशंका
प्रतिनिधि, ताजपुर : सरसौना स्थित ड्यूराटाॅन सीमेंट फैक्ट्री में गुरुवार की देर रात हुई घटना को दबाने की मंशा ने जनाक्रोश भड़का दिया. घटना को लेकर लोगों में उतना रोष नहीं था, जितना उसे दबाने को लेकर गुस्सा था. सीमावर्ती वैशाली जिला के बडीहा लाइन होटल के पास जब लाश लेकर फैक्ट्री के प्रबंधक पहुंचे, तो लोगों को इसकी भनक लग गयी. जैसे ही लाश होने की जानकारी मिली लोग भड़क गये. लोगों को देखकर फैक्ट्री के प्रबंधक तो मौके से फरार हो गये. जिसके बाद लोग लाश लेकर फैक्ट्री तक पहुंच गये. शव को रख कर तोड़फोड़ कर रोष जताने लगा. लोगों का कहना था कि घटना हो सकती है. परंतु उसे दबाने की चेष्टा अपराध है. इसे कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है. घटना में मृत फैक्ट्री में काम करने वाले झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत चेचरिया निवासी भोला चंद्रवंशी के पुत्र सूर्यकांत कुमार के भाई नागेंद्र कुमार की मानें, तो जब डाक्टर ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया और लाश को लेकर वैशाली की ओर जाने लगे, तो उसने विरोध किया था. जिसके कारण उसके साथ भी मारपीट की गयी. जिससे वह विवश हो गया था. यदि लोगों की नजर बडीहा में संदिग्ध गतिविधि पर नहीं पड़ती तो उसके भाई के शव को ठिकाने लगा दिया जाता. लेकिन, लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया.वीडियो बनाने पर भड़के लोगों ने किया पथराव
प्रत्यक्षदर्शियों की माने, तो फैक्ट्री परिसर में तोड़फोड़ व हंगामे का वीडियाे बना रहे पुलिस वालों पर नजर पड़ते ही लोग और भी उबल गये. उन्होंने वहां मौजूद पुलिस के जवानों पर पथराव शुरु कर दिया. जिसके कारण आधा दर्जन जवानों के साथ बंगरा थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी भी चोटिल हो गयी. हालांकि, इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लाठियां भांजनी शुरु की तब जाकर भीड़ तितर-बितर हुई.मजदूर भागे फैक्ट्री में खामोशी
घटना के बाद फैक्ट्री के मजदूर भाग गये हैं. फैक्ट्री परिसर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. बताया जा रहा है कि सीमेंट का उत्पादन बंद हो गया है. केबल फैक्ट्री के गेट पर कीपर ही अपनी ड्यूटी पर मौजूद हैं.पूर्व में भी हो चुकी है मौत
सीमेंट फैक्ट्री में मजदूरों के मौत का यह मामला नया नहीं है. बता दें कि गत वर्ष 2 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी निवासी ट्रक चालक मो. यूनुस की मौत सीमेंट लदे ट्रक में दबने से फैक्ट्री के अंदर ही हो गयी थी. उस समय जनप्रतिनिधि ने फैक्ट्री के प्रबंधक के साथ छह लाख रुपये मुआवजा देने के समझौता के बाद मामला शांत कराया था. लेकिन, आज तक पीड़ित परिवार को पूरा मुआवजा नहीं मिलने की बात कही जा रही है.प्रबंधक का मोबाइल ऑफ
घटना के बाबत मजदूर के भाई व आमलोगों की ओर से फैक्ट्री प्रशासन पर उठाये जा रहे सवालों को लेकर प्रबंधक से संपर्क साधने की कोशिश की गयी. परंतु उनका मोबाइल निरंतर ऑफ बताता रहा. जिसके कारण उनका पक्ष अब तक लोगों के समक्ष नहीं आ पाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है