Samastipur News: बाबा थानेश्वर नृत्य महोत्सव में कल्पना ने सुरीले गीतों से बांधा समां, झूठ उठा शहर
Baba celebrated in Thaneshwar dance festival
युवा कलाश्रम की ओर से आयोजित चार दिवसीय बाबा थानेश्वर नृत्य महोत्सव के अवसर पर पटेल मैदान में नृत्य महोत्सव का आयोजन, Dance festival organized at Patel Maidan on the occasion of four-day Baba Thaneshwar Dance Festival organized by Yuva Kalashram.yuva kalaashram kee or se aayojit chaar divaseey baaba thaaneshvar nrty mahotsav ke avasar par patel maidaan mein nrty mahotsav ka aayojan
Samastipur News: Baba Thaneshwar Dance Festival : समस्तीपुर: शास्त्रीय संगीत और लोकगीत से सजी एक ऐसी शाम, जहां सिर्फ हारमोनियम व तबले की धुनों पर जब कलाकारों ने अपने अंदाज में शास्त्रीय संगीत, लोकगीत व नृत्य की प्रस्तुति दी तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे. आयोजन था युवा कलाश्रम की ओर से चार दिवसीय बाबा थानेश्वर नृत्य महोत्सव के समापन समारोह का। इस अवसर पर रविवार शाम शहर के पटेल मैदान में रंगमंच पर विभिन्न स्थानों से आए अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने शास्त्रीय गायन, भजन, नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. आधुनिकता संग परंपरा को सहेजने वाला साज, तो जुगलबंदी के लिए कर्णप्रिय सुरीली आवाज. शहरवासियों के लिए यह उत्साह व उल्लास भरा माहौल था. सुर और संगीत की जुगलबंदी माहौल को सुरमयी बना रही थी तो रंग-बिरंगे परिधान में नृत्य की प्रस्तुति सतरंगी. कलाकारों ने गीत संगीत से ऐसे समां बांधा की परंपरा व आधुनिकता की मिश्रित सुगंध से माहौल सुवासित हो उठा.देर शाम में गणेश वंदना से कार्यक्रम की हुई. इसके उपरांत डाक्टर विपिन मिश्रा और अनिल राय की जुगलबंदी ने शंखनाद और तबला वादक से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार सौरभ राय और रूपेश गुप्ता ने कथक नृत्य की एकल प्रस्तुति से दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी. इसके उपरांत कलाकारों ने कथक समूह नृत्य में भगवान शिव के भालचल पर अपनी भाव भंगिमाओं से दर्शकों का मन मोह लिया. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार सितार वादक संदीप विश्नोई, तबला वादक सुवीर ठाकुर, लोकगायक प्रदीप बनर्जी, लोकगायिका कल्पना ने अपने अपने अंदाज से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. सुप्रसिद्ध लोकगायिका कल्पना ने मंच पर आते ही महाकवि विद्यापति के शिव वंदना से मंच पर लोक संस्कृति को उतारने की मंशा उजागर कर दी.Samastipur News: Baba Thaneshwar Dance Festival : नृत्य व संगीत सुरमयी हुई शाम, कलाकारों ने किया मंत्रमुग्ध
उसने सुरीली आवाज में मिथिला के पारंपरिक लोकगीतों पर शहरवासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया. बीच बीच में भोजपुरी की अलख जगाकर लोगों को जोड़ते रही. रंगमंच पर कलाकारों ने एक से बढ़कर एक पारंपरिक लोकगीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया. इस आयोजन को देखने के लिए बड़ी संख्या में सुर संगीत के कद्रदान उमड़े और लोकगीतों पर जमकर झूमे. कार्यक्रम के संयोजक लक्ष्मण कुमार ने बताया कि लोकगीत संगीत की जननी है. शास्त्रीय संगीत इसका आदर्श रूप. लोक गीतों के जरिए ही हमारी सभ्यता व संस्कृति का संरक्षण हो सकता है. युवा कलाकारों को इस क्षेत्र में आगे आने की जरूरत है. पूरी दुनिया संगीत प्रेमियों से भरी पड़ी है. अगर आप सुर साधना करते हैं तो आपके लिए अवसर की कोई कमी नहीं होगी. कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में विलुप्त कला और संस्कृति को नया आयाम देना और मिथिला की संस्कृति, परंपरा और पर्यटन को मजबूत बनाना. मौके पर सांसद शांभवी चौघरी, जदयू नेता महेश्वर हजारी, मेयर अनिता राम, एएसपी संजय पाण्डेय, एसडीओ दिलीप कुमार, नगर परिषद के पूर्व सभापति तारकेश्वर थान गुप्ता, पशु प्रेमी महेन्द्र प्रधान, शिव शंकर महतो, शंकर प्रसाद साह, महेश प्रसाद सिंह, चंदन कुमार समेत सैकडों की संख्या में लोग मौजूद रहे.
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