समस्तीपुर: पश्चिम बंगाल के बेलघरिया थाना इलाके में बीते 15 जून को एक प्रतिष्ठित व्यवसायी पर हुए जानलेवा हमला और फायरिंग मामले का कनेक्शन समस्तीपुर से जुड़ा है. इस मामले में पिछले दो दिनों से बंगाल पुलिस समस्तीपुर शहर में डेरा जमाए हुए है और अपराधियों का सुराग टटोल रही है. इस दौरान गुरुवार को बंगाल पुलिस ने स्थानीय नगर थाने के सहयोग मगरदही मोहल्ला में कई संभावित ठिकानों पर दबिश भी बनायी. एक संदिग्ध को उठाकर पूछताछ की. हालांकि, इस मामले में अनुसंधान प्रभावित होने के चलते स्थानीय पुलिस कुछ बताने से परहेज कर रही है. मामला काफी हाईप्रोफाइल बताया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, बीते 15 जून को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बेलघरिया थाना क्षेत्र में रतथला मोड बीटी रोड पर हथियारबंद बदमाशों ने स्थानीय व्यवसायी अजय मंडल की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. वारदात को अंजाम देने से पूर्व अपराधियों ने बेउर जेल से पीड़ित व्यवसायी के मोबाइल पर वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआइपी ) के जरिये काॅल कर पचास लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर हत्या की धमकी दी थी. कॉल करने वाले बदमाश ने व्यवसायी को अपना नाम सुबोध सिंह बताया था. उसने घटना के करीब एक घंटे बाद ही पीड़ित व्यवसायी के मोबाइल पर दुबारा वीओआइपी के जरिये मोबाइल कॉल किया और कहा कि इस बार तो बचा लिया, अगली बार बात नहीं सुने तो कुछ भी हो सकता है. उस वक्त पीड़ित व्यवसायी पुलिस थाना में ही बैठे थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुबोध सिंह बिहार के कुख्यात अपराधियों की लिस्ट में शामिल है. उसके विरुद्ध देश के विभिन्न राज्यों में सोना लूट सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल, वह बेउर जेल में बंद है. इधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के बाद मामले की तफ्तीश में जुटी बंगाल पुलिस को तकनीकी अनुसंधान की मदद से समस्तीपुर में कुछ अपराधियों का लाेकेशन मिला है. इस आधार पर बंगाल पुलिस ने स्थानीय नगर थाना के सहयोग से बुधवार और गुरुवार को शहर में कई संभावित ठिकानों पर दबिश बनायी. इस काम में जिला पुलिस की विशेष टीम भी बंगाल पुलिस का सहयोग कर रही है.
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