दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड पर अभी परिचालन की उम्मीद नहीं, जानें कितना डूबा है गाटर

धीमी रफ्तार से करेह नदी के जलस्तर में कमी आ रहा है. लिहाजा दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड पर शीघ्र परिचालन बहाल होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. अगर इसी रफ्तार से पानी कम होता रहा तो करीब एक सप्ताह और परिचालन बहाली में लग जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2020 10:12 AM

दरभंगा : धीमी रफ्तार से करेह नदी के जलस्तर में कमी आ रहा है. लिहाजा दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड पर शीघ्र परिचालन बहाल होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. अगर इसी रफ्तार से पानी कम होता रहा तो करीब एक सप्ताह और परिचालन बहाली में लग जायेगा. यही कारण है कि जहां तीन महत्वपूर्ण ट्रेनों को समस्तीपुर से ही वापस कर दिया जाता है, वहीं मात्र दो गाड़ियों का परिचालन दरभंगा से वाया सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर किया जा रहा है.

सूत्रों के अनुसार थलवारा-हायाघाट के बीच मुंडा पुल संख्या 16 के गाटर का बॉटम 47.6 मीटर पर है. अभी भी पानी गाटर से करीब एक मीटर उपर है. पिछले तीन दिनों में लगभग एक फीट जलस्तर नीचे खिसका है. लगभग दो फीट और कमी आने के बाद ही परिचालन बहाल हो सकेगा. ज्ञातव्य हो कि गत 24 जुलाई की सुबह करीब सात बजे गाटर में पानी छू जाने के कारण पुल का पीलर दिखना बंद हो गया. इस वजह से एहतियातन ट्रेन परिचालन इस मार्ग से रोक दिया गया.

इधर दरभंगा शहरी क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक वार्ड एक पखवाड़ा से बाढ़ की चपेट में हैं. जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी रहने के बाद गत रविवार से इसमें कामी आना शुरू हुआ है. यह क्रम मंगलवार को भी जारी रहा. बागमती नदी के जलस्तर में मामूली कमी आयी है. इससे बाढ़ पीड़ितों की समस्या जस की तस बनी हुयी है. रविवार को चार इंच, सोमवार को ढाई इंच तथा मंगलवार को भी करीब ढाई इंच पानी घटा है, लेकिन इससे मोहल्लों में फैले पानी पर कोई खास असर नहीं पड़ा है. स्थिति यथावत है.

नदी के पश्चिमी भाग के मोहल्लों में कमर भर पानी जमा रहने से स्थिति विकराल है. पूर्वी भाग के कई मोहल्ले अभी भी जलमग्न हैं. किलाघाट पुल के निकट स्लूइस गेट से घुस रहे पानी को निकालने के लिये लगाये गये पपिंग सेट के बावजूद पानी का प्रवेश जारी है. वार्ड 20, 21 व 24 में सेनापत मोहल्ला के रास्ते पानी का घुसना जारी है. हालांकि पहले की अपेक्षा पानी की रफ्तार में कमी आयी है. वार्ड 22 के जितू गाछी, फुलवारी, इमलीघाट ब्रह्मस्थान में अभी भी कमर से अधिक पानी फैला है.

वार्ड छह व सात का भी कुछ ऐसा ही हाल है. वार्ड 12 के चूड़ी मंडी सड़क पर पानी का प्रवेश जारी है. यहां भी रफ्तार कम हुआ है. वार्ड आठ, नौ व 23 में कहीं कमर से अधिक, तो कहीं घुटना से उपर पानी जमा है. वार्ड एक, दो, तीन व चार में बाढ़ का पानी कम होने के बावजूद मोहल्लावासियों की समस्या विकराल बनी हुयी है. कुछ मोहल्ला में अभी भी दो से चार फीट तक पानी जमा है.

posted by ashish jha

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