महुआ से मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने बांध में रिसाव की सूचना स्थानीय पदाधिकारियों को दी. बताया जाता है कि वाया नदी में बढ़ते जलस्तर के साथ ही हुई बारिश के कारण सिंहराय महुआ गांव के पूर्वी टोला में नगर पंचायत कार्यालय के ठीक सामने नदी का बांध टूटने के कगार पर आने के साथ ही रिसाव होने लगा. इस दौरान ग्रामीण बड़ेलाल यादव, रामाशंकर यादव, विजय कुमार, विनय कुमार यादव समेत अन्य लोगों ने हाथों में कुदाल, दौड़ा, बोरा माटी लेकर बांध को दुरुस्त किया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बांध टूटने की अशंका जाहिर करते हुए पूर्व में ही इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गयी थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया.
इधर, लालगंज प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीनारायनपुर पंचायत के विलंदपुर गांव में बीते 15 दिनों से गंडक नदी के पानी बस्तियों में घुसने से त्रस्त ग्रामीणों ने मनुष्य एकता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिथलेश कुमार को बुलाकर अपनी सारी समस्याओं से अवगत कराया. प्रखंड प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर हंगामा किया. रामसखी देवी, केशरी देवी, सुमित्रा देवी, पुतुल देवी आदि का आरोप है कि लगभग लक्ष्मीनारायनपुर पंचायत के विलंदपुर गांव के वार्ड 7, 8, और 9 में नहर का बस्तियों व घरों में लगभग 15 दिनों से पानी घुसा हुआ है. घरों पानी घुसने से हम मजदूर वर्ग के लोग घर से बेघर हो गये हैं.
अब जीना मुहाल हो गया है. खाद्यान्न, बर्तन, कपड़े समेत सभी पानी में डूब गया है और हमलोग अपने घर के बूढ़े बच्चे का किसी तरह भरण पोषण के लिए दूसरों से मांगकर खा रहे हैं. ऊंचे जगह या किसी के दरवाजे पर ईंटा की चूल्हा पर खाना बना कर खुले आसमान में रहने को मजबूर है. इसकी मौखिक रूप से सूचाना प्रखंड के अंचलाधिकारी से लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया, लेकिन हम निस्सहायों पर कोई मदद करने नहीं आया है, जबकि इन तीन वार्डों की कुल संख्या लगभग छह सौ घर से अधिक होगी.
बाढ़ की हालत क्षेत्र में बेकाबू होती जा रही है. चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. चंवर में लगी सभी फसंलो को डूबने से झील सा नजारा है.तेजी से बढ़ रहे बाढ़ के पानी ने मंगलवार को आधा दर्जन टोला को अपने चपेट में ले लिया था. साइन पंचायत में वार्ड संख्या एक से पांच के घर मे घुटने भर पानी घुस चुका है. मुजिया गांव में भी मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह तक तकरीबन एक सौ घरों में पानी प्रवेश कर गया. दर्जनों घरों में तो पानी खाट और पलंग से ऊपर से बह रहा है. प्रभावित लोग बगल के ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए है. प्रभावित लोगों के समक्ष खाने पीने का संकट उत्पन्न हो चुका है.
posted by ashish jha