Bihar News: काले रंग के कारण बचपन से रिश्तेदारों के ताने सुनकर छुप-छुप कर रोने वाली लड़की की पहचान आज उसका कालापन ही है. उसे अब इस बात का गर्व है कि वह काली है, इसी कालेपन ने उसके अंदर आत्मविश्वास भरा है. हाल ही में रिलीज भोजपुरी की संदेश परक फिल्म करियट्ठी की नायिका अन्नु प्रिया इस फिल्म की नायिका हैं. कहानी भले ही सरोज सिंह ने लिखी हो, लेकिन यह एक संयोग रहा कि कालेपन को लेकर कहानी और फिल्म की नायिका का संघर्ष एक रहा. इस फिल्म की नायिका एनएसडी पासआउट अन्नू प्रिया हैं. यह इनकी पहली फिल्म है. अन्नू समस्तीपुर की रहने वाली हैं और एनएसडी से पहले पटना में अंग्रेजी से मास्टर डिग्री की पढ़ाई के साथ थियेटर भी किया करती थीं.
रिश्तेदार और पड़ोसी ताना देते थे
नीतू चंद्रा और नितिन चंद्रा ने करियट्ठी फिल्म के जरिए भोजपुरी फिल्म को नयी दिशा दी है. समाज की सच्चाई को जिस तरीके से फिल्म में दिखाया गया है, वह दर्शकों को बांधे रखता है. नायिका अन्नू प्रिया बताती हैं कि रंग काला होने के कारण माता-पिता तो नहीं, लेकिन रिश्तेदार और पड़ोसी हमेशा ताना देते थे, इसलिए रोती थी. मन के अंदर हीन भावना आ गयी कि कुछ नहीं कर सकती हूं. समस्तीपुर कॉलेज से अंग्रेजी में बीए ऑनर्स करने के बाद एमए के लिए पटना आ गयी. यहां पढ़ाई के साथ थियेटर से जुड़ी.
पिता को नहीं बताया थियेटर के बारे में
अन्नू के पिता अशोक कुमार समस्तीपुर के डीआरएम ऑफिस में सीनियर सेक्शन इंजीनियर हैं. अन्नू ने अपने पिता को नहीं बताया था कि पटना में वह थियेटर कर रही हैं. दो साल तक कई संगठनों से जुड़ कर कई नाटक किये. साल 2018 में एनएसडी में चयन हुआ. 2023 में पासआउट होने के बाद संघर्ष कर रही थी तो करियट्ठी फिल्म मिल गयी. इस फिल्म में अन्नू को अपना ही दुख नजर आया. आज यह फिल्म उनकी पहचान बन गयी है.
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एक महीने तक ली भोजपुरी बोलने की ट्रेनिंग
अन्नू प्रिया कहती हैं कि एनएसडी से पास आउट होने के बाद जो रंग मुझे बहुत परेशान करता था, वह मेरा आत्मविश्वास बन गया. मुझे भोजपुरी फिल्म करियट्ठी की कहानी पसंद आयी. हालांकि, यह फिल्म भोजपुरी में थी और मेरी मातृभाषा मैथिली. भोजपुरी सीखने के लिए मैंने एक महीने तक अपने जूनियर पंकज से ट्रेनिंग ली. मुझे विश्वास था कि यह फिल्म ट्रेंड से हट कर है, लेकिन समाज के लिए जरूरी है. इसे दर्शकों का प्यार जरूर मिलेगा. आज जो लड़कियां काली होने के कारण मन में हीन भावना रखती हैं और घुटन महसूस करती हैं, उन्हें खुद को देखना चाहिए और अपने आत्मविश्वास से हमेशा आगे बढ़ना चाहिए. आज मुझे अपने काले रंग से ही दुनिया को देखने, सोचने और समझने का एक अलग नजरिया मिला, जिसका पूरा श्रेय अपने सभी शिक्षकों, बैचमेट्स, जूनियर्स और सीनियर्स को देती हूं. करियट्ठी फिल्म के अलावा मेरी एक पंजाबी फिल्म सात मई को रिलीज होने वाली है और दूसरी फिल्म नेटफ्लिक्स की कर रही हूं.