मानसून सक्रिय, 11 अगस्त तक सामान्य वर्षा की संभावना
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के ग्रामीण कृषि माैसम सेवा केंद्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयाेग से 07 से 11 अगस्त 2024 तक के लिए माैसम पूर्वानुमान जारी किया गया है.
समस्तीपुर : डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के ग्रामीण कृषि माैसम सेवा केंद्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयाेग से 07 से 11 अगस्त 2024 तक के लिए माैसम पूर्वानुमान जारी किया गया है. पूर्वानुमानित अवधि में मानसून सक्रिय रहने के कारण उत्तर बिहार के जिलों में सामान्य के आसपास वर्षा होने की संभावना है. इस अवधि में मध्यम से घने बादल देखें जा सकते हैं. तराई एवं मैदानी भागों के जिलाें में सामान्य वर्षा होने की संंभावना के साथ अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. इन जिलाें के कुछ स्थानों पर मध्यम से थाेड़ी अधिक वर्षा भी हो सकती है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 23 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. पूर्वानुमानित अवधि में बेगूसराय तथा सारण जिलों में पछिया हवा चलने की संभावना है. बाकी के सारे जिलाें में पुरवा हवा चलने का अनुमान है. औसतन 14 से 18 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत व दोपहर में 50 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है. आज का अधिकतम तापमान 29.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा.
बारिश के बाद गन्ना व धान उत्पादक किसानों की बांछे खिली
हसनपुर : तीन दिनों से हो रही बारिश से गन्ना व अन्य फसलों को लाभ पहुंचने से किसानों में खुशी है. कृषि विभाग के एटीएम अवध शरण यादव ने बताया कि मंगलवार को 26.8 मिमी वर्षा हुई है. मिलकर्मियों ने वर्षा का लाभ किसानों को लेने के लिए कहा है. उपमहाप्रबंधक गन्ना सुग्रीव पाठक ने बताया कि मौसम खुलने के साथ गन्ना फसलों में यूरिया का स्प्रे कराएं. गन्ना की जड़ों पर मिट्टी चढ़ाई व बंधाई करा लें ताकि आने वाले समय में चलने वाली हवा में गन्ना की फसल वजन के साथ गिरने से बच सके. मिलकर्मी क्षेत्र के किसानों के खेतों में जाकर फसल प्रबंधन के बारे में बताया. चीनी मिल के पुनीत चौहान ने किसानों को गन्ना के फसलों में लगने वाले लालसरन रोग को दिखाते हुए इसके उपचार करने के पर विस्तार से जानकारी दी. इसको लेकर सुझाव भी दिये. दूसरी ओर वर्षा से मुख्य सड़कों के साथ-साथ ग्रामीण सड़कों में कीचड़युक्त जल जमा होने से लोगों को चलने में कठिनाई झेलनी पड़ रही है. लोगों ने बताया कि प्रशासन सड़क किनारे से सड़क से पानी निकासी की व्यवस्था करा दे. मौके पर सुग्रीव पाठक, पुनीत चौहान, शम्भू चौधरी आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है