Cleanliness is service – 2024 : उत्तम स्वास्थ्य के लिए जरूरी है स्वच्छता
Cleanliness is service - 2024 :
Cleanliness is service – 2024 : समस्तीपुर : राम निरीक्षण आत्मा राम महाविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा- 2024 के अंतर्गत स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता थीम पर आधारित परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसे संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य प्रो सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि नियमित रूप से हमारे आस-पास बनी गंदगी को साफ करके, प्लास्टिक की थैली के उपयोग से बचना, कूड़ा फेंकने से सड़क पर कूड़ा न डालना, उपयोग किए गए पानी का प्रभावी निपटान, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण तकनीकों को अपनाना और प्रदूषण के स्तरों की हमेशा निगरानी करके पर्यावरणीय स्वच्छता को बढ़ाया जा सकता है. मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि स्वस्थ भारत का सपना तभी साकार हो सकता है, जब पहले अपने आस-पास स्वच्छता का माहौल बनाया जाए. गंदगी के कारण कई बीमारियां बड़ा रूप ले लेती हैं. ऐसे में बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी है. महिलाओं को अपने बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाना चाहिए. गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार महतों ने स्वच्छता अभियान के उद्देश्यों तथा इसके वैज्ञानिक पक्ष पर प्रकाश डाला, हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना कुमारी एवम मैथिली विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रत्न कृष्ण झा ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज में स्वच्छता के महत्व को समझाया, जंतु विज्ञान की की शिक्षिका डॉ बाबिना सिन्हा ने स्वच्छता के विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ दीपक कुमार नायर ने गांधी जी के स्वच्छता से जुड़े विचारों के समाजशास्त्रीय पक्षों की चर्चा की और स्वच्छता के महत्व को रेखांकित किया. कार्यक्रम का संचालन करते हुए वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने स्वच्छता कार्यक्रम को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के तरफ से चल रहे प्रयासों की भी जानकारी दी. इस क्रम में प्रधानाचार्य ने उपस्थित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं तथा सभी छात्रों को स्वच्छता शपथ दिलाई तथा इसका ईमानदारी से पालन करने का आह्वान किया. परिचर्चा में अनेक छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
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