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जलवायु परिवर्तन कृषि क्षेत्र के लिए बड़ी चुनौती: डॉ राठौर

डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के विद्यापति सभागार में कृषि विज्ञान विषयों से जुड़े कृषि स्नातकोत्तर छात्राओं के लिए संगोष्ठी आयोजित हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 10:30 PM

पूसा : डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के विद्यापति सभागार में कृषि विज्ञान विषयों से जुड़े कृषि स्नातकोत्तर छात्राओं के लिए संगोष्ठी आयोजित हुई. इसमें स्थानीय विवि, केंद्रीय कृषि विवि झांसी व केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय इम्फाल में अध्ययनरत कृषि स्नातकोत्तर व डॉक्टरेट के छात्रों ने भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के पूर्व कुलपति सह कृषि शिक्षा के पूर्व उप महानिदेशक डॉ एनएस राठौर ने दीप जलाकर किया. मुख्य अतिथि ने जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि से जुड़े विश्वभर में हो रहे बदलावों को विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि कुलपति डॉ पीएस पांडेय की अगुवाई में विश्वविद्यालय डिजिटल एग्रीकल्चर के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. आने वाले समय में कृषि को नई चुनौतियों का सामना करना होगा. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन आने वाले समय में कृषि के क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती है. जिससे निपटने के लिए अभी से तैयारी करने की जरूरत है. मिट्टी की गुणवत्ता अत्यधिक मात्रा में खाद व कीटनाशक के प्रयोग से कारण प्रभावित हो रही है. मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को लेकर भी सचेत रहने की आवश्यकता है. डा राठौर ने कहा कि छात्रों में नयी सोच होती है. वे सकारात्मक ऊर्जा के साथ इन चुनौतियों से निपटने के बारे में गंभीरता से विचार करें. इस दौरान उन्होंने स्नातकोत्तर कृषि महाविद्यालय के स्थापना दिवस से जुड़े व्याख्यान दिये. जनरल का विमोचन किया गया. कुलपति डॉ पीएस पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय पहली बार स्नातकोत्तर छात्रों के लिए कान्क्लेव का आयोजन कर रहा है. इस कान्क्लेव में छात्रों को अपने अनुसंधान के बारे में अन्य छात्रों और शिक्षकों से चर्चा करने का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि छात्रों के गुणवत्ता पूर्ण अनुसंधान को महत्व देने के लिए विश्वविद्यालय एक डेडिकेटिड जर्नल भी शुरू कर रहा है. इसमें छात्रों के अनुसंधान के एबस्ट्रैक्ट को प्रकाशित किया जायेगा. विश्वविद्यालय छात्रहित से जुड़े निर्णय ले रहा है. निदेशक अनुसंधान डॉ एके सिंह ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की. कहा कि विश्वविद्यालय को पिछले डेढ़ साल में 11 पेटेंट प्रदान किये गये हैं. ड्रोन पायलट प्रशिक्षण सहित अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में जानकारी दी. स्नातकोत्तर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ मयंक राय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए किया कान्क्लेव के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी. निदेशक शिक्षा डॉ उमाकांत बेहरा ने भी अपने विचार व्यक्त किये. धन्यवाद संतोष कुमार ने किया. संचालन शंम्भवी कुमारी व सीएच मोहित सिंह ने किया. कुलसचिव डॉ मृत्युंजय कुमार, निदेशक छात्र कल्याण डॉ रमण त्रिवेदी, निदेशक बीज डॉ डीके रॉय, डॉ उषा सिंह, अधिष्ठाता डॉ अंवरीश कुमार, डॉ मुकेश कुमार, डॉ रत्नेश कुमार झा, पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ राकेश मणि शर्मा, सूचना पदाधिकारी डॉ कुमार राज्यवर्धन आदि उपस्थित थे.

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