Samastipur News: मोहिउद्दीननगर : वास्तव में कंप्यूटर शिक्षा अब न केवल आवश्यकता बन गई है बल्कि यह हमारे बच्चों के भविष्य की नींव भी है. इसके माध्यम से छात्र केवल तकनीकी कौशल हासिल ही नहीं करते अपितु वे तर्कसंगत और विश्लेषणात्मक सोच भी विकसित करते हैं.सरकार वर्तमान परिवेश में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में कंप्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.यह बातें मंगलवार को सूरज नारायण सेवा समिति के सभागार में कुशल युवा कार्यक्रम के तहत आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान पत्रकार उमाशंकर सिंह ने कही.अध्यक्षता धर्मेंद्र कुमार ने की.संचालन पंकज कुमार ने किया.इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि कंप्यूटर ने मानव जीवन को लगभग सभी क्षेत्र में प्रभावित किया है. आज के युग को यदि हम कंप्यूटर का युग कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. शिक्षा, मनोरंजन, चिकित्सा संचार आदि क्षेत्रों में कंप्यूटर ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है. यह छात्रों में सृजनात्मकता, नवाचार और समझने के साधन के तौर पर बखूबी भूमिका निर्वहन कर रहा है.गौरतलब है कि सरकार के निर्देश के मुताबिक क्षेत्र के 500 से अधिक छात्रों ने ऑनलाइन आई टेस्ट में भागीदारी की थी.जिसमें कम्प्यूटर, पर्सनालिटी डेवलपमेंट, इंग्लिश का बेसिक नॉलेज व जनरल नॉलेज पर आधारित प्रश्न पूछे गए थे.सफल प्रतिभागी छात्रों को पुष्पमाला व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर सौरभ कुमार, प्रकाश कुमार, मो. रियाज, हबीबुल्लाह, अनवर, राहुल कुमार, सचिन कुमार,अमृता कुमारी ,अमन कुमार , सनी कुमार मौजूद थे.
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