निगम क्षेत्र में उपेक्षित बुजुर्गों के लिए वृद्धजन आश्रय स्थल का निर्माण शुरू
जिले में अब निराश्रित और उपेक्षित वृद्धजन भी बेहतर जीवन-यापन कर सकते हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्टी टू के अंतर्गत जिला मुख्यालय में वृद्धजन आश्रय स्थल की स्थापना की जायेगी.
समस्तीपुर : जिले में अब निराश्रित और उपेक्षित वृद्धजन भी बेहतर जीवन-यापन कर सकते हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्टी टू के अंतर्गत जिला मुख्यालय में वृद्धजन आश्रय स्थल की स्थापना की जायेगी. शहरी निकायों में नगर विकास एवं आवास विभाग को वृद्धजन आश्रय स्थल की स्थापना और संचालक की जिम्मेदारी दी गई है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने स्थानीय निगम प्रशासन को इसका कार्यभार सौंपा है. शासन से हरी झंडी मिलने के बाद निगम प्रशासन ने इस पर काम करना प्रारंभ कर दिया है. हाल ही में निगम प्रशासन द्वारा वार्ड 19 स्थित जितवारपुर निजामत बुल्लेचक स्थित पंचायत सरकार भवन को वृद्धजन आश्रय स्थल के लिए चिन्हित कर नगर विकास एवं आवास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद पंचायत सरकार भवन के जीर्णोद्धार कर वृद्धजन आश्रय स्थल के लिए निर्माण का काम प्रारंभ कर दिया है. जानकारी के अनुसार पहले जितवारपुर निजामत ग्रामीण क्षेत्र में शामिल था. इस कारण यहां पंचायत सरकार भवन संचालित की जा रही थी. लेकिन, वर्ष 2021 में नगर निगम क्षेत्र के विस्तार और नये परिसीमन के बाद यह इलाका शहरी निकाय में शामिल हो गया. अब यहां पंचायत सरकार भवन निगम प्रशासन के अधीन है. इसका विभागीय हस्तांतरण भी हाे चुका है. नगर आयुक्त केडी प्रज्जवल ने बताया कि जितवारपुर पंचायत सरकार भवन का जीर्णोद्धार कर फिलहाल 50 बेड का वृद्धजन आश्रय स्थल निर्माण कराया जायेगा. निगम प्रशासन द्वारा संविदा बनाकर नगर विकास एवं आवास विभाग को इसका प्रस्ताव भेजा गया था. नगर विकास एवं आवास विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद कार्य प्रारंभ किया गया है.
जांच के बाद प्रवेश की दी जायेगी अनुमतिनिगम प्रशासन द्वारा जितवारपुर निजामत वार्ड 19 स्थित पंचायत सरकार भवन का जीर्णोद्धार कर 50 बेड के वृद्धजन आश्रय स्थल का निर्माण कराया जा रहा है. ताकि शहरी निकायों में उपेक्षित बुजुर्ग का जीवन-यापन बेहतर हो सके. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्ट टू के अंतर्गत वृद्धजन आश्रय स्थल में वैसे बुजुर्गों को सहारा प्रदान किया जायेगा जिसकी उम्र 60 से अधिक होगी और जिनका कोई आसरा न होगा. वैसी परिस्थिति में विभागीय स्तर पर आवेदकों के आवश्यक जांच के बाद वृद्धाश्रम में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी.
बुजुर्गों के भोजन, स्वास्थ्य, मनोरंजन समेत मूलभूत सुविधाओं का रखा जायेगा ख्याल
नगर आयुक्त ने बताया कि वृद्धजन आश्रय स्थल में उपेक्षित बुजुर्गों को घर जैसा माहौल मिलेगा. वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को आवासीय, चिकित्सीय देखभाल तथा मनोरंजन समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रखा जायेगा. खाने पीने और इलाज की पूरी सुविधाएं मिलेगी. वृद्धाश्रम में अंदर सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं होगी. इसी आधार पर डिजाइन तैयार किया गया है. वृद्धाश्रम के संचालन और देखरेख के लिए संविदा के माध्यम से आउटसोर्सिंग एजेंसी इसकी जिम्मेदारी दी जायेगी. उम्मीद है कि जल्द ही वृद्धजन आश्रय स्थल की निर्माण का काम पूरा कर लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है