समस्तीपुर : देश में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. लेकिन, अच्छी बात है कि जिले में अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन लोगों ने इसको लेकर डर और खौफ बाजारों में दिखने लगा है. वायरस के बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री को लेकर अब कालाबाजारी का खेल शुरू हो गया है. शहर में दो दिन में कई मेडिकल स्टोर में मास्क व सेनिटाइजर खत्म हो गये हैं, और जहां उपलब्ध हैं, वो महंगे हैं. दुकानदार अब दो से तीन गुना दाम बता रहे हैं.
वहीं, बचाव के सबसे अहम सेनिटाइजर भी बाजार में खत्म होने लगे हैं. छोटी बोतल कई स्थानों पर नहीं मिल रही है. शहर के कई मेडिकल स्टोर व व्यवसायियों का कहना है कि मास्क व ग्लब्स का स्टॉक खत्म हो गया है.
हमने आगे डिमांड भेजी है. वहीं, कई स्टोर संचालक दस रुपये वाले मास्क को लेकर 50 से 75 रुपये का दाम बता रहे हैं. शहर के ताजपुर रोड स्थित सिन्हा मेडिकल स्टोर संचालक अजय कुमार ने बताया कि दो दिन में सैनेटाइजर की मांग बढ़ी है. अब सेनिटाइजर तो बच्चे भी लेने आ रहे हैं. 30 एमएल की बोलत 40 रुपये में बेचते हैं. लेकिन, दो दिन से मांग बढ़ने से स्टॉक खत्म हो गया है.
कोरोना के आतंक सबसे अधिक मार व्यापारियों पर: पिछले कुछ दिनों से चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का असर जिले में भी दिख रहा है. व्यवसायियों का कहना है कि हालात में सुधार नहीं हुए, तो व्यवसाय बदलना पड़ेगा. आयात-निर्यात पर इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा है.
जिले के सभी प्रमुख बाजारों में चीनी सामान की भरमार रहती है. इसका कारण है चीन द्वारा दुनिया में सबसे सस्ता सामान बनाकर निर्यात करना. चीन में हर प्रकार की सामग्री का निर्माण होता है. सस्ती होने के कारण दुनिया के अन्य देशों की सामग्री चीन के सामान के आगे टिक नहीं पाती. इसलिए देश में चीनी सामग्री बड़ी मात्रा में आयात होती है. इनमें खिलौने, घड़ियां, मोबाइल व इसके कलपुर्जे, लाइट्स और बॉटल समेत अनेक छोटी से बड़ी वस्तुएं शामिल हैं.
परेशानी यह है कि अभी वहां फैल रहे कोरोना वायरस की वजह से सामान आयात करना मुश्किल हो गया है. नतीजतन वहां से सामग्री मंगाने वाले व्यापारियों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. शहर के प्रमुख खिलौना व्यापारियों का बताना है कि वर्तमान हालात को देखते हुए एयर कार्गों बंद होने से उसके जरिए चीन से आने वाली सामग्री पर भी रोक लग गई है.