समस्तीपुर : लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज होने से पूर्व ही जिले के नियोजित शिक्षकों ने बिहार सरकार की सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण की. जिसमें विभाग द्वारा इन्हें मूल जिले में ही पदस्थापन करने की जानकारी दी गई. लेकिन, चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लगने के कारण उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसिलिंग नहीं हो पायी. जिससे इन शिक्षकों का पदस्थापना नहीं हो पाया. करीब तीन महीने से सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को पदस्थापन का इंतजार है. नये स्कूलों में पदस्थापना के बाद ही ये विशिष्ट शिक्षक कहलायेंगे. अब आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद जल्द ही इन शिक्षकों की काउंसिलिंग होगी. जिला शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर विभाग को जिले से रिक्ति भी भेज दी है. विदित हो कि जिले के करीब आठ हजार से अधिक शिक्षक सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे. काउंसिलिंग के दौरान तमाम शिक्षकों के उन सभी शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच होगी, जो उन्होंने सक्षमता परीक्षा के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरते समय अपलोड किया था. काउंसिलिंग का शिड्यूल जल्द जारी होगा. काउंसिलिंग के बाद ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक शिक्षक बनेंगे. इन शिक्षकों से सक्षमता परीक्षा का फार्म भरने के दौरान तीन जिलों के विकल्प लिये गये थे. इन शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में प्राप्तांक और आरक्षण के आधार पर जिला आवंटित किये गये हैं. काउंसेलिंग के बाद शिक्षकों को चयनित जिले में पदस्थापन के लिए विद्यालय आवंटित किया जाना है. आवंटित स्कूल में योगदान की तिथि से संबंधित शिक्षकों का पदनाम बदल कर विशिष्ट अध्यापक का हो जायेगा. इसके साथ ही योगदान की तिथि से ही उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा भी मिल जायेगा. विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया वही होगी, जो बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा के आधार पर शिक्षक के पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों के विद्यालय आवंटन के लिए अपनायी गयी थी. विद्यालय आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर हुआ था. इसके मद्देनजर सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों का विद्यालय आवंटन भी साफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर ही किया जायेगा.
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