शैक्षणिक वातावरण बनायें, तनावमुक्त रहे शिक्षक : डीपीओ
शिक्षा विभाग तथा क्षमतालय के संयुक्त तत्वावधान में वेल बिइंग आधारित ''''हौसला'''' एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में किया गया.
समस्तीपुर : शिक्षा विभाग तथा क्षमतालय के संयुक्त तत्वावधान में वेल बिइंग आधारित ””””हौसला”””” एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में किया गया. उद्घाटन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान मानवेन्द्र कुमार राय व संभाग प्रभारी अर्जुन कुमार ने किया. कार्यशाला में सभी प्रखंडों से बीपीएससी से नवनियुक्त दो सौ पचास शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित थे. डीपीओ एसएसए ने उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से शिक्षकों को तनाव, चिंता, भय, दबाव से संबंधित समस्याओं पर काबू पाने के लिए सहायता प्रदान करना है. शिक्षकों के बीच तनाव, बर्नआउट, चिंता और अवसाद की व्यापकता और सह संबंधों का निर्धारण इस सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता को दूर करने के लिए आवश्यक है. शिक्षण चुनौतीपूर्ण है और फिर भी सबसे पुरस्कृत व्यवसायों में से एक है, लेकिन कई कारक शिक्षकों के बीच तनाव, बर्नआउट, चिंता और अवसाद से संबंधित हैं. इन कारकों को उजागर करना शिक्षण पेशे में उन लोगों द्वारा सामना किये जाने वाले मुद्दों की भयावहता को पहचानने में पहला कदम है. 21 दिनों तक ऑनलाइन माध्यम से चलने वाले इस कार्यशाला में शिक्षकों को व्यक्तिगत कल्याण के लिए उपकरणों और प्रथाओं की खोज और पहचान करने में सहायता करने के लिए तैयार किया गया है. यह कार्यशाला शिक्षकों के व्यक्तिगत, पारस्परिक संबंध और व्यावसायिक विकास को मजबूत करने के लिए लचीलापन, पारस्परिक और भावनात्मक बुद्धिमत्ता कौशल का परिचय देता है. मौके पर बिहार शिक्षा परियोजना के कार्यक्रम सहायक मो. शफीक, क्षमतालय फाउंडेशन के अभिषेक कुमार, पूजा सिंह उपस्थित थे.
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