Current Affairs Preparation: समस्तीपुर : अब जिला के सभी स्तर के स्कूलों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं सिर्फ अपने कोर्स की किताबों का ज्ञान ही नहीं पाएंगे, बल्कि देश-दुनिया में हो रही नई-नई गतिविधियों से भी अपडेट होंगे. इसके लिए शिक्षा विभाग ने नई पहल की है. इसके तहत अब स्कूलों में समसामयिक पत्र-पत्रिकाएं और दैनिक समाचार पत्र की रोजाना खरीद की जायेगी, ताकि बच्चे किताबी ज्ञान के साथ-साथ जनरल नॉलेज समेत देश-विदेश की घटनाओं से भी परिचित हो सकें. शिक्षा विभाग ने प्रत्येक जिले में प्रखंड व विद्यालय स्तर पर अलग-अलग विद्यालयों में इसकी खरीद अनिवार्य रूप से कराये जाने का निर्देश दिया गया है. गौरतलब है कि जुलाई 2023 से ही स्कूलों का निरीक्षण पूरे प्रदेश में कराया जा रहा है. इस निरीक्षण के क्रम में अक्सर यह देखा जा रहा था कि स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए पत्र-पत्रिकाएं व दैनिक समाचार पत्र उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं. इसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया गया है. दरअसल, बच्चों में कक्षा की शैक्षणिक गतिविधियों और कोर्स की पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए शिक्षा विभाग ने यह पहल की है. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि राज्य मुख्यालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि अक्सर देखा गया है कि बच्चों पर कक्षा की पढ़ाई का ही इतना बोझ होता है कि अधिकांश बच्चे जनरल नॉलेज और करंट अफेयर्स की जानकारी के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं. लेकिन अब स्कूलों की लाइब्रेरी में नियमित और अनिवार्य रूप से समसामयिक पत्र-पत्रिकाओं और दैनिक समाचार पत्र की खरीद की जायेगी. बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित भी किया जायेगा.
Current Affairs Preparation: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बचपन से ही मजबूत होंगे करंट अफेयर्स
डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत कई सारे बदलाव शिक्षा में किये गये हैं. इसको लेकर नये-नये प्रयोग भी किये जा रहे हैं. बचपन से ही यानी बेसिक शिक्षा से ही बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने व मानसिक रूप से रोजगार के लिए तैयार करने के प्रावधान नई शिक्षा नीति में किये गये हैं. इसी के तहत अब कक्षा छह से आठवीं तक के जूनियर हाईस्कूल के विद्यार्थियों को करंट अफेयर्स की तैयारी कराने की मुहिम स्कूलों में चलाई जायेगी. इसके तहत विद्यार्थी रटकर या पढ़कर नहीं सीखेंगे. बल्कि खुद प्रैक्टिकल करके चीजों को समझेंगे. शिक्षा की शुरुआती सीढ़ियां चढ़ने वाले विद्यार्थी अपना खुद का अखबार तैयार करेंगे. यह अखबार सिर्फ प्रेरणा ही नहीं देगा बल्कि औरों को शिक्षित करने का काम भी करेगा. जिनके द्वारा यह अखबार बनाया जायेगा उसी वर्ग के लोग इस अखबार का लाभ भी उठा सकेंगे. कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बाद शिक्षा क्षेत्र में भी काफी बदलाव किए जा रहे हैं. यह बदलाव विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान व रोजगारपरक शिक्षा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है