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Cyber Crime News: तमिलनाडु से बिहार आ रहे युवक के साथ हुई साइबर ठगी, रास्ते में हुई मौत

Cyber Crime News: समस्तीपुर जिले के वारिसनगर प्रखंड के धनहर वार्ड  8 निवासी लघु किसान रामानन्द राय के पौत्र व  मजदूर मनोज राय का पुत्र आलोक कुमार राय 25 वर्षीय पांच माह पूर्व नौकरी की तलाश में साथियों के साथ तमिलनाडु के कोयंबटूर के सलेम गया था.

By Anshuman Parashar | July 26, 2024 9:42 PM

Cyber Crime News: समस्तीपुर जिले के वारिसनगर प्रखंड के धनहर वार्ड  8 निवासी लघु किसान रामानन्द राय के पौत्र व  मजदूर मनोज राय का पुत्र आलोक कुमार राय 25 वर्षीय पांच माह पूर्व नौकरी की तलाश में साथियों के साथ तमिलनाडु के कोयंबटूर के सलेम गया था. वहां एक लोहा कम्पनी में काम करने लगा था. वह तमिलनाडु से अपने निवास स्थान समस्तीपुर की लिए रवाना हुआ. लेकिन उड़ीसा में उसकी हत्या हो गयी.

तमिलनाडु में एक लोहा कम्पनी में काम करता था

उसके चचेरे दादा सह पंचायत के पूर्व सरपंच नागेश्वर राय ने बताया कि आलोक गत पांच महीने पूर्व तमिलनाडु गया था. जहां वह एक लोहा कम्पनी में काम करता था. कुछ दिनों पूर्व अपनी दादी की मौत की खबर सुनकर 19 जुलाई को कोयम्बटूर से धनबाद के लिए ट्रेन पकड़ा था. वहां से फिर समस्तीपुर के लिए उसे ट्रेन पकड़नी थी. ट्रेन में चढ़ने के कुछ घंटे बाद आलोक ने अपने पिता व छोटे भाई प्रकाश कुमार उर्फ़ चिंटू से मोबाइल पर बात की थी. 

सफर के दौरान साइबर फ़्रॉड हुआ

जानकारी के मुताबिक़ आलोक ने बताया कि ट्रेन में एक महिला व चार युवक साथ में सफ़र कर रहे थे. महिला ने फ़ोन करने के बहाने उसे फ़ोन करने के बहाने उससे मोबाइल मांग लिया. कुछ एप पर किसी महिला के साथ उनकी अश्लील  वीडियो बनाकर उसे दिखाया. वायरल करने की धमकी देकर पैसे की मांग करने लगी. आलोक ने पैसा देने से इनकार कर दिया, तो साइबर फ्रॉड ने वीडियो को वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होते ही ट्रेन में सफर कर रहे कुछ लोग उसके साथ गाली- गलौज व मारपीट करने लगे.

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मौत के डर से भाग रहा था

परिजन बताते हैं कि आलोक ने इसकी सूचना घर पर दी. जान को खतरे की बात कही. इधर, परिजन ने उसे किसी तरह घर पहुंचने की बात कही. पुनः कुछ घंटे बाद घर पर उसका फोन आया कि मौत के डर से वह किसी तरह ट्रेन से  रेल्वे स्टेशन से पूर्व उतर गया है. फिर उसने किसी फल दुकानदार से समस्तीपुर के लिए बस मिलने की जानकारी ले ही रहा था कि कुछ लोग उसे आवारा कहते हुए मारने के लिए दौड़ा दिया. उसने फोन कर कहा कि वह मौत के डर से भाग रहा है. कोई गाड़ी वाला भी उसे सहारा नहीं दे रहा है. स्थानीय पुलिस से मदद मांगने लगा, तो पुलिस भी उसे गाली देने लगी. जल्दी से आकर ले जाने की बात कही. इसी दौरान 10-12 की संख्या में पहुंचे लोगों ने उसे ईंट-पत्थर से सिर पर वार कर हत्या कर दी.

परिजनों ने ओड़िसा से शव लिया

इधर, दो दिनों तक अपने पुत्र से बात नहीं होने पर अनहोनी की चिंता पर परिजन आलोक द्वारा बतायी जगह पर उड़ीसा पहुंचे. वहां के एक शवगृह से उसका शव लेकर शुक्रवार को घर पहुंचे.  परिजनों ने पुलिसिया कार्रवाई कराने की बात नहीं कही है.

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