समस्तीपुर : अभाविप द्वारा महिला महाविद्यालय में आयोजित भगिनी निवेदिता व्यक्तित्व विकास शिविर में मंगलवार को छात्राओं को ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण शिविर का नेतृत्व कार्यक्रम प्रमुख प्रिया कुमारी ने किया. ब्यूटीशियन की प्रशिक्षिका प्रभुता सपरा ने कहा कि ब्यूटीशियन शब्द का अर्थ है, वह व्यक्ति जो सौंदर्य में विशेषज्ञता रखता है. 1920 के दशक में, ब्यूटीशियन बालों में विशेषज्ञता रखते थे, क्योंकि नाखूनों और त्वचा की देखभाल घर पर ही की जाती थी. ब्यूटीशियन का पहला उदाहरण मार्था मटिल्डा हार्पर नाम की एक महिला थीं. मार्था एक प्रर्वतक, आविष्कारक और व्यवसायी थीं, जिन्होंने सौंदर्य उद्योग जगत में मार्ग प्रशस्त किया. आज के समय में ब्यूटीशियन की मांग शीर्ष पर है क्योंकि शादी, पार्टी या कोई भी पारिवारिक समारोह हो नारी स्वयं को अधिक सुंदर और आकर्षक दिखने का प्रयास करती है इसलिए वह ब्यूटीशियन का सहारा लेती है. ब्यूटीशियन कई तरह के व्यक्तिगत देखभाल उपचार प्रदान करते हैं जैसे कि हेयर स्टाइलिंग, मेकअप, वैक्सिंग, मसाज, त्वचा की देखभाल, पलकों और भौंहों के उपचार और नाखूनों की देखभाल. वे इलेक्ट्रोलिसिस, लेजर थेरेपी और स्थायी मेकअप जैसे उन्नत उपचार भी प्रदान कर सकते हैं. ब्यूटीशियन कभी-कभी त्वचा की देखभाल, बालों की देखभाल, मेकअप और संभवतः फिटनेस और स्वास्थ्य से संबंधित सलाह भी देते हैं. जबकि अधिकांश को कई क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाता है, अधिकांश बाल या नाखून जैसी एक विशेषता पर ध्यान केंद्रित करते हैं. छात्राओं को मृत त्वचा को रिमूव करना, एक्स्ट्रा ऑयल को रिमूव करना, ब्लैकहेड एंड व्हाइट हेड को कैसे रिमूव करें इसके बारे में जानकारी दिया गया. मौके पर कुमकुम कुमारी, कोमल शर्मा, कुमकुम रवि, कोमल रॉय, रिया राज, अनामिका प्रकाश, इरा प्रकाश, नेहा चंद्रन, कविता कुमारी सहित दर्जनों छात्राएं उपस्थित थी.
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