प्रावि मिर्जापुरगंज में शिक्षा विभाग के निर्देशों की उड़ रही धज्जियां
सूबे के प्रारंभिक शैक्षणिक माहौल को दुरुस्त करने की जद्दोजहद व दूसरी ओर विद्यालय प्रबंधन के नहीं सुधरने की जिद. विभागीय कड़े निर्देश से स्कूलों में मचे हड़कंप की चर्चा.
विद्यापतिनगर : सूबे के प्रारंभिक शैक्षणिक माहौल को दुरुस्त करने की जद्दोजहद व दूसरी ओर विद्यालय प्रबंधन के नहीं सुधरने की जिद. विभागीय कड़े निर्देश से स्कूलों में मचे हड़कंप की चर्चा. यह सभी बातें प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर गंज पहुंचते ही मन में उछाल मारने लगते हैं. इस विद्यालय के शैक्षणिक दुर्दशा पर शिक्षाप्रेमियों को रोना आता है. बताया जाता है कि सालोभर एक जैसी स्थिति यहां दिखाई पड़ता है. जिससे कहा जा सकता है कि विभागीय कड़े तेवर के बावजूद इस विद्यालय में सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. पड़ताल के क्रम में सच पाया गया. दिन मंगलवार, समय 11.30 बजे. पक्के भवन, एक दर्जन अलग-अलग वर्ग संचालन के लिए कमरे. इसके तीन कमरे खुले, बाकी में ताले लटक रहे थे. कोठे वाले वीरान वर्ग कक्ष में एचएम पूर्व की भांति चेयर पर बैठे अपने एंड्रॉइड मोबाइल में डूबे थे. स्कूल के एक कमरे में एक से पांच कक्षा के पांच बच्चे और दूसरे कमरे में वर्ग चार से पांच के चौदह बच्चे उपस्थित थे. मध्याह्न भोजन पकाने वाला कमरा में ताला लटक रहा था. रसोइया नदारद थीं. उपस्थित बच्चों की हाजिरी वर्ग की उपस्थिति पंजिका पर दर्शायी नहीं गयी थी. विद्यालय के हालात पर जानकारी लेने के जद्दोजहद बाद एचएम ने मुंह खोले. कहा बच्चों की हाजिरी आज नहीं बनायी गयी है. हां एमडीएम भी बंद है. रसोइया नहीं आयी हैं. बताया कि एक से पांच वर्ग का यह विद्यालय है. कुल नामांकित बच्चे 120 हैं. इनमें उपस्थित बच्चों की संख्या की जानकारी उन्हें नहीं थी. तीन महिला व दो पुरुष शिक्षक मौजूद थे. सूत्रों की माने तो इस विद्यालय में नामांकित बच्चों की उपस्थिति किसी दिन संतोषप्रद नहीं देखी गई. उपस्थिति पंजी पर प्रत्येक दिन हाजिरी नहीं बनाई जाती. दूसरे दिन बच्चों की उपस्थिति पर फर्जी हाजिरी अंकित किया जाता है. जिसके आधार पर मध्याह्न भोजन के अलग अलग खाद्यान्न व सामानों के खर्च होने का हिसाब तैयार किया जाता है.
स्थिति जान भड़के बीएओ
प्रावि मिर्जापुरगंज की अद्यतन स्थिति की जानकारी पर प्रखंड प्रभारी शिक्षा पदाधिकारी डा मधुकर प्रसाद सिंह ने कहा यह उदासीन ही नहीं शिक्षा विभाग के निर्देशों की अवहेलना है. विद्यालय में बच्चों की नगण्य उपस्थिति, एमडीएम का नहीं पकना, उपस्थिति पंजिका पर बच्चों की हाजिरी का नहीं होना अपराध है. इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है