ई-शिक्षा कोष : उपस्थिति दर्ज कराने में हो रही परेशानी
सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ई शिक्षा कोष एप के माध्यम से उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है.
समस्तीपुर : सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ई शिक्षा कोष एप के माध्यम से उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है. बताते चलें कि विभागीय आदेशानुसार वर्तमान में विद्यालय का समय सुबह 6:30 से दोपहर 12:10 बजे तक निर्धारित किया गया है. सुबह 6:30 से पहले शिक्षकों ने विद्यालय पहुंचकर ई शिक्षा कोष पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने का प्रयास किया परंतु पोर्टल ठीक तरह से काम नहीं करने के कारण अधिकांश शिक्षक अपनी उपस्थिति पोर्टल के माध्यम से दर्ज नहीं कर सके. जिससे शिक्षकों के मन में उहापोह की स्थिति बनी रही. हालांकि, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ का एक व्हाट्सएप चैट लोगों के लिए राहत का सबब बना रहा, क्योंकि इस चैट में उनके द्वारा लिखा गया था कि मंगलवार को ट्रायल के तौर पर प्रत्येक विद्यालय से कम से कम एक शिक्षक की उपस्थिति दर्ज किया जाना अनिवार्य है. इस चैट में यह भी वर्णित था कि यदि किसी विद्यालय से शून्य उपस्थिति दर्ज होती है तो संबंधित विद्यालय के निरीक्षणकर्ता स्वयं उस विद्यालय पर पहुंचकर समस्या का पता लगायेंगे. कई प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों ने बताया कि ई शिक्षा कोष एप में उपस्थिति दर्ज करने के क्रम में कई प्रकार की समस्याएं आ रही हैं, जिसका निदान विभाग की स्तर से ही संभव है. बीपीएससी टीआरई के तहत विद्यालयों में नियुक्त विद्यालय अध्यापकों का नाम एवं टीचर आईडी अब तक ई शिक्षा कोष में नहीं जोड़ा गया है, जिससे उनकी उपस्थिति एप के माध्यम से दर्ज नहीं हो पा रही है. एक ही विद्यालय में कुछ शिक्षक एप से जबकि कुछ शिक्षक अपनी उपस्थिति मैन्युअल ही दर्ज कर रहे हैं. सेवानिवृत्त, स्थानांतरित अथवा विद्यालय छोड़ कर जा चुके कई शिक्षकों का नाम भी एप में शामिल हैं. इससे सभी कार्यरत शिक्षकों के उपस्थित होने के बावजूद विद्यालय में में शिक्षक उपस्थिति का प्रतिशत 100 नहीं हो पा रहा है. कई विद्यालयों का लोकेशन सही तरीके से सेट नहीं किया गया है. जिसके कारण विद्यालय पर मौजूद होने के बावजूद शिक्षकों को एप द्वारा विद्यालय से दूर बताया जा रहा है. जिसके कारण उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है. कई शिक्षकों ने बताया कि उनके द्वारा शिक्षा कोष आवेदन पत्र में सही-सही नाम भरकर विभाग को भेजा गया था परंतु विभाग द्वारा पोर्टल में अपलोड किये गये नाम में त्रुटि है. कुछ प्रधानाध्यापकों ने बताया कि प्रधानाध्यापक होने के नाते उन्हें अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए टीचर आईडी जबकि शिक्षकों की उपस्थिति को अप्रूव करने के लिए स्कूल आईडी से लॉगिन करना आवश्यक है. परंतु ई शिक्षा कोष में किसी एक ही आईडी से ऐप को खुल रहा है. इसके तकनीकी निदान की भी आवश्यकता है. इधर, शिक्षा विभाग के द्वारा मोबाइल के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति ई शिक्षा कोष के द्वारा दर्ज करने की अनिवार्यता को लेकर प्रखंड संसाधन केंद्र में यूजर आईडी व पासवर्ड प्राप्त करने के लिए नियोजित शिक्षकों में आपाधापी मची रही. अगर यह ऐप सही से काम करने लगे तो इस ऐप में खासियत यह है कि उपस्थिति दर्ज करते समय व तस्वीर ऐप के माध्यम से विभाग के पास अपडेट चला जायेगा. इस ऐप से नियोजित शिक्षकों का विद्यालय आने का समय व जाने का समय फोटो सहित ई शिक्षा ऐप पर अपलोड हो जायेगा. इस ऐप के चालू होने से कोई भी नियोजित शिक्षक विद्यालय पहुंचने एवं विद्यालय छोड़ने का हेराफेरी नहीं कर सकते.
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