Discussion on importance of Environment Day: रोसड़ा : स्थानीय बाबा गंडकी नाथ मंदिर परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. अनुमंडल विधिक सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित इस शिविर में पैनल अधिवक्ता पुष्पांजलि कुमारी ने विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने 1980 में संस्थापक सम्मेलन की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर 27 सितंबर को यह दिवस मनाने का शुभारंभ किया था. पर्यटन के विकास को प्रोत्साहित करना एवं इसे वैश्विक शांति, समृद्धि व समाज के एक साधन के रूप में प्रस्तुत करना इस दिवस का उद्देश्य है. इसके महत्व को बताते हुए कहा कि इससे विभिन्न देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलता है. आर्थिक विकास, रोजगार के अवसर पर पर्यावरण संतुलन के लिए भी यह महत्वपूर्ण है. कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है. वहां के नागरिकों के लिए यह रोजगार का बड़ा स्रोत है. एक-दूसरे के सांस्कृतिक परंपराओं और इतिहास को जानने व समझने का मौका देता है. पर्यटन केवल यात्रा और मनोरंजन का साधन ही नहीं, बल्कि इसके माध्यम से पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय समुदाय के विकास में भी अपना योगदान दे सकते हैं. पर्यटन के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया गया. मौके पर पारा विधिक स्वयंसेवक इंद्रदेव यादव, लाभार्थी अश्विनी कुमार रावत, देवा पंजियार, रोशन पंजियार, धर्मेंद्र कुमार, संजीव सहनी, रोशन कुमार, अनुज कुमार, अभिषेक कुमार, मिथिलेश कुमार, राज कुमार, राजू पासवान, आदित्य कुमार, शीतल कुमार, जुली कुमारी, शत्रुघ्न कुमार, रोहित कुमार, सुमित कुमार आदि उपस्थित थे.
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