विद्यार्थियों के सीखने के स्तर में हो रहे सुधार से अवगत हुए डीपीओ एसएसए

जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 15, 2025 11:33 PM

समस्तीपुर : जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं. विद्यालयों में नामांकित बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है या नहीं, इसकी भी जानकारी ली जा रही है. साथ ही बौद्धिक क्षमता में हुए विकास का भी मापन किया जा रहा है. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय के नेतृत्व में बुधवार को एक टीम ने सरायरंजन प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया और शिक्षकों को टास्क देते हुए शैक्षणिक गतिविधियों में अपने विभिन्न नवाचार के बल पर निखार लाने का निर्देश दिया. डीपीओ ने बताया कि विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को सुधारने के लिए कक्षा चौथी से आठवीं तक के बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क करने के निर्देश दिये गये हैं. कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को विषय पढ़ाने के बाद उन्हें अभ्यास पुस्तिका में अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया जायेगा. उनकी पुस्तिकाओं को शिक्षकों द्वारा लाल स्याही से जांचा जायेगा ताकि बच्चों को उचित मार्गदर्शन मिल सके. इस दौरान डीपीओ एसएसए ने भाषा और गणित में प्री क्लास में अक्षर, संगत ध्वनि की पहचाना, दो अक्षर वाले शब्दों को पढ़ने, दस अंक की पहचान, कक्षा एक में अर्थ के साथ पढ़ने, ऐसे छोटे वाक्य जो आयु के अनुसार किसी अज्ञात पाठ का भाग हो, जिसे चार-पांच सरल शब्द को पढ़ सके, 99 तक अंकों की पढ़ने और पहचान करने, कक्षा दो में अर्थ के साथ पढ़ने, 999 तक संख्याएं पढ़ने लिखने, कक्षा तीन में 60 शब्द प्रति मिनट के प्रवाह से पढ़ने और 9999 तक संख्या पढ़ने ओर लिखने, सरल गुणा समस्याओं को हल करने से संबंधित जानकारी भी लेते हुए शैक्षणिक विकास से अवगत हुए. डीपीओ ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा अभिनव पहल किया गया है. जिसके तहत सभी प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बीच स्कूल बैग में रखकर पानी की बोतल,स्लेट, पेंटिंग एवं ड्राइंग की सामग्रियां, पेंसिल बाक्स आदि दी गई हैं ताकि उनकी सह शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि पोशाक के साथ स्कूल बैग की कमी महसूस की जा रही थी. बिहार शिक्षा परियोजना ने इस कमी को न सिर्फ पूरा किया बल्कि साथ में और कई उपयोगी चीजें भी दी है. जिनका बच्चे बेहतर उपयोग कर सकेंगे. मौके पर वर्ल्ड विईंग की निवेदिता,शबाना और क्षमतालय के अभिषेक, इजाज, रौशनी,रानी आदि मौजूद थे.

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