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मोरवा में चार जगहों पर बदले गये ईवीएम

प्रखंड के सभी 140 बूथ पर ससमय मतदान शुरू हुआ. बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि चार जगहों पर इवीएम में आई मामूली खराबी के बाद उसे सेक्टर पदाधिकारी के माध्यम से दुरुस्त कर लिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2024 12:25 AM

मोरवा : प्रखंड के सभी 140 बूथ पर ससमय मतदान शुरू हुआ. बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि चार जगहों पर इवीएम में आई मामूली खराबी के बाद उसे सेक्टर पदाधिकारी के माध्यम से दुरुस्त कर लिया गया. चुनाव सही समय पर शुरू हुआ. मॉक पोल के दौरान ही इवीएम में गड़बड़ी की जानकारी मिली. समय रहते कर्मियों के द्वारा उसकी मरम्मत कर ली गई. बताया जाता है कि बूथ संख्या 124 ,118 और 102 एवं 168 पर इवीएम में खराबी आई थी जिसके कारण उसे बदलना पड़ा. मोरवा जैसा कि प्रशासन के द्वारा बार-बार दावा किया जा रहा था कि बूथों पर छाया के लिए टेंट और पंडाल लगाये जायेंगे वह कहीं नहीं दिखा. दिन चढ़ने के साथ ही तेज धूप लोगों को रुलाने लगी. कर्मी भी छाया ढूंढते नजर आये. बूथों पर वोटरों की संख्या कम होने लगी. दोपहर होते-होते दर्जनों बूथों पर सन्नाटा पसर गया.

बनडीह में 93 वर्षीय वोटर ने किया मतदान

मोरवा के मरीचा पंचायत की बनडीह दाख़िली स्थित बूथ पर 93 वर्षीय वोटर चंदेश्वर ठाकुर ने मतदान किया. परिजन एवं अर्धसैनिक बलों की मदद से उन्हें उनकी वोटिंग कराई गई.

भागदौड़ करते रहे पदाधिकारी

चुनाव के दौरान प्रशासन की टीम चौकस रही. बीडीओ संजय कुमार सिन्हा, हलई थाना अध्यक्ष अशोक कुमार, अंचलाधिकारी आलोक रंजन समेत कई अधिकारियों की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती देखी गयी. बताया जाता है कि केशोनारायणपुर, ररियाही पंचायत में वोटिंग के दौरान गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंची लेकिन मामला सत्य नहीं पाया गया.

पहली बार वोटिंग कर रहे युवाओं में उत्साह

प्रखंड क्षेत्र में करीब चार सौ नये वोटरों ने मतदान किया. पहली बार मतदान करने निकले इन युवक-युवतियों में खासा उत्साह देखा गया. युवाओं का कहना था कि सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि लोगों के समस्याओं पर भी ध्यान दें और सरकार को बेरोजगारी दूर करने के लिए उपाय करना चाहिए. हुसेनीपुर के उत्पल वर्मा ने बताया कि पहली बार वोटिंग कर उन्होंने सरकार से उम्मीद की है कि शिक्षा और बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार और उनके द्वारा चुने गये प्रतिनिधि अवश्य ध्यान देंगे.

दूरी से प्रभावित हुआ वोट प्रतिशत

लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए बूथ लोगों के लिए कतई सुविधाजनक साबित नहीं हुआ. बताया जाता है की बूथों की दूरी काफी अधिक होने की वजह से लोग वोटिंग से वंचित रह गये. वोटिंग का प्रतिशत प्रभावित हुआ. सामान्यत: डेढ़ से 2 किलोमीटर दूर बूथों तक जाना लोगों के लिए थोड़ा परेशानी भरा सबब साबित हो रहा था क्योंकि भीषण गर्मी में दूरी तय करना मुश्किल था. ऐसे में वोटिंग की प्रतिशत प्रभावित हुई. बताया जाता है कि अधिकांश बूथों पर पहुंचे लोग बूथ को विधान सभा की तर्ज पर नजदीक बनाने की वकालत कर रहे थे. कई महिलाओं ने बताया कि बूथ की दूरी घर से काफी ज्यादा है जिसके कारण बूथों तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

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