यू-डायस प्लस पोर्टल पर आंकडों के प्रोग्रेशन व इंट्री कार्य में शिथिलता बरतने पर डीईओ से स्पष्टीकरण

समीक्षोपरान्त यू-डायस प्लस पोर्टल पर आंकडों के प्रोग्रेशन व इंट्री कार्य में शिथिलता बरतने पर डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता से स्पष्टीकरण पूछा है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 1, 2025 11:34 PM

समस्तीपुर : बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक योगेंद्र सिंह ने समीक्षोपरान्त यू-डायस प्लस पोर्टल पर ऑकडों के प्रोग्रेशन व इंट्री कार्य में शिथिलता बरतने पर डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता से स्पष्टीकरण पूछा है. मिली जानकारी के मुताबिक यू-डायस प्लस पोर्टल पर जिले के 41 विद्यालयों के 6852 छात्रों के ऑकडों के प्रोग्रेशन व इंट्री से जुड़े कार्यों को पूरा नहीं किया है. मिली जानकारी के मुताबिक जिले के 72 विद्यालयों को विभिन्न कारणों से मर्ज किया गया था. इसमें पढ़ने वाले बच्चे अपने मूल स्कूल की जगह अब दूसरे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं. जिन स्कूलों को मर्ज किया गया है, वे सभी भवनहीन है. ऐसे स्कूल किसी सामुदायिक भवन के परिसर या खुले आसमान के नीचे चल रहे थे. स्कूलों को मर्ज करने से छात्रों को भी फायदा मिला. इससे पढ़ाई के लिए प्रत्येक विषय के लिए शिक्षक मिले है और कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी हो गई. इसके साथ ही धूप, बारिश से बच्चों को होने वाली समस्या से छुटकारा मिला. लेकिन आज भी यू-डायस प्लस पोर्टल पर इन विद्यालयों में नामांकित बच्चों का नाम दर्ज है. जिसे हटाने के लिए विभागीय कार्रवाई जारी है. यू-डायस प्लस एक शैक्षिक डेटा पोर्टल है. इसे भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने शुरू किया है. इस पोर्टल पर स्कूलों से जुड़ी जानकारी अपलोड की जाती है. इस डेटा का इस्तेमाल सरकार शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए नीतियां बनाने में करती है.

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