समस्तीपुर : शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार बीपीएससी के माध्यम से संगीत, नृत्य व ललित कला के विषय में जो शिक्षक नियुक्त किये गये हैं. वो मूल रूप से माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थापित हैं. इन शिक्षकों की जिम्मेवारी होगी कि माध्यमिक विद्यालयों के अतिरिक्त अपने पोषक क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले प्रारंभिक विद्यालयों के बच्चों को संगीत, नृत्य एवं ललित कला का प्रशिक्षण दें. इस प्रकार उन्हें तैयार करें कि इन समारोहों में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें. प्राथमिक शिक्षा निदेशक के निर्देश ने पत्र लिख कर डीईओ को कहा कि वार्षिक परीक्षा के बाद दीक्षांत समारोह स्कूलों में कराया जायेगा. सरकारी विद्यालयों में बच्चों के बीच उत्साह होगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों के साथ विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है कि सभी सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक सत्र की समाप्ति के बाद अप्रैल में दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाये. अन्य गतिविधियों से भी बच्चों को जोड़ने की पहल विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की एक्सट्रा कैरिकुलर प्रतिभा को बढ़ावा देना इसका उद्देश्य है. इसमें मूल रूप से उनके पठन-पाठन के अतिरिक्त खेलकूद, वाद-विवाद, सामान्य ज्ञान, संगीत, नृत्य, पेंटिंग, कला, संगीत, रंगोली सहित अन्य शौक को बढ़ावा छात्र-छात्राओं को मिलेगा. प्रत्येक तीन माह पर त्रैमासिक एक्स्ट्रा करिकुलर समारोह आयोजित किया जाये, जो जुलाई, अक्टूबर व जनवरी व अप्रैल में संपन्न होगा. सरकारी स्कूलों में एकबार नहीं बल्कि हर तीन महीने पर अब दीक्षांत सह एकस्ट्रा कैरिकुलर समारोह होगा. इसमें हर महीने के कक्षावार सबसे ज्यादा उपस्थिति वाले बच्चों के साथ ही अभिभावकों को भी सम्मानित किया जायेगा. शिक्षा विभाग ने त्रैमासिक दीक्षांत समारोह को लेकर गाइडलाइन जारी की है. बच्चों की प्रतिभा को निखारने को लेकर दीक्षांत समारोह में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराया जायेगा.
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