Farmers broke their fast: मोहनपुर : अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसानों को बुधवार को जूस पिलाकर मना लिया गया. भूमि सर्वेक्षण एवं सुधार की नई नीति के विरोध में यह अंचल कार्यालय परिसर में किसान बीते तीन दिनों से अनशन पर बैठे हुए थे. बुधवार को जिला बंदोबस्त पदाधिकारी विजय कुमार एवं पटोरी एसडीएम विकास कुमार पांडेय ने अनशन तोड़ने का आग्रह किया. पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों के माध्यम से सरकार तक भेजा जाएगा. अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार को सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए आग्रह किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि सरकार की नई सर्वेक्षण नीति के अनुसार यदि भूमि सर्वेक्षण हुआ, तो किसानों के हजारों एकड़ जमीन के गैरमजरुआ हो जाने की आशंका है. नदी तट पर होने के कारण यहां के जमीन में बालू और जल जमाव रहता है.
Farmers broke their fast: खतियानों के विलोपन एवं उन्हें एक खतियान में समाहित कर दिये जाने की भी बात बताई गई
दूसरी ओर अनेक खतियानों के विलोपन एवं उन्हें एक खतियान में समाहित कर दिये जाने की भी बात बताई गई है. नई सर्वेक्षण नीति से समाज एवं परिवार में आपसी कलह रहने लगी है. इन विसंगतियों के विरोध में स्थानीय किसानों के प्रतिनिधि राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल एवं सचिव जय सिंह से भी मिलकर अपना ज्ञापन दे चुके हैं. इसके बावजूद जब किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई, तो हजारों किसानों ने बीते सोमवार को सामूहिक धरना प्रदर्शन किया और उन्हीं में से एक किसान अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. उन्होंने अधिकारियों के आश्वासन के बाद अनशन तोड़ दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है