वनिला की खेती से किसान अपने परिवार को समृद्ध बना सकते
प्रखंड के चंदौली गांव में गुरुवार को किसान गोष्ठी हुई. इसमें वनिला की खेती पर चर्चा की गई. किसानों को पौधा लगाने की विधि और इससे होने वाले आर्थिक मुनाफे के बारे में विस्तार से बताया गया.
उजियारपुर : प्रखंड के चंदौली गांव में गुरुवार को किसान गोष्ठी हुई. इसमें वनिला की खेती पर चर्चा की गई. किसानों को पौधा लगाने की विधि और इससे होने वाले आर्थिक मुनाफे के बारे में विस्तार से बताया गया. फंडामेंटल एग्रो साइंस सेंटर द्वारा आयोजित किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए बिहार प्रमुख बीपी गुप्ता ने कहा कि बिहार की मिट्टी में वनिला की अच्छी खेती हो सकती है. इसको लगाकर किसान कम लागत में अधिक मुनाफा लेकर अपने परिवार को समृद्ध बना सकेंगे. इसके फूल और फल की कीमत चालीस से साठ हजार रुपये प्रति किलो है, जबकि सात से आठ वर्ष में इसके डंठल को आठ हजार रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेच सकते हैं. इसके एक पेड़ से लगभग 30 किलोग्राम डंठल प्राप्त होता है. इससे साल में एक पेड़ से दो से ढाई लाख रुपये प्रतिवर्ष किसान आमदनी ले सकते हैं. किसानों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि इसके डंठल बेचने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सिर्फ प्रखंड पर्यवेक्षक को सूचना देनी पड़ेगी. इसके साथ ही किसान के यहां पहुंचकर फंडामेंटल एग्रो साइंस सेंटर के कर्मी स्वयं ले जायेंगे और रुपये का भुगतान उसी समय कर दिया जायेगा. यह पौधा केसर और यूरेनियम के मूल्य से भी अधिक दर पर बिकता है. यह एक औषधीय पौधा है, जिसकी लंबाई 75 फीट तक होती है. मौके पर जिला समन्यवक संजीत कुमार, प्रखंड समन्यवक मो. सेराजुद्दीन, दिलीप कुमार सिंह, रबिना कुमारी, हेमलता कुमारी, अजय कुमार सिंह, रोहित कुमार, विकास कुमार, मुकेश कुमार, लालजी राम, मनोज चौरसिया, रामसागर चौरसिया, राममिलन राय, शिवानी कुमारी, शबनम कुमारी, सुमन कुमार, रामशंकर प्रसाद सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे.
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