मौसम के भरोसे खरीफ की कार्ययोजना, माॅनसून पर टिकी किसानों की निगाहें
जिला कृषि विभाग ने खरीफ 2024 को लेकर लंबी चौड़ी कार्य योजना बनायी है. खरीफ के विभिन्न फसलों के 121246 हेक्टेयर में आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है.
समस्तीपुर : जिला कृषि विभाग ने खरीफ 2024 को लेकर लंबी चौड़ी कार्य योजना बनायी है. खरीफ के विभिन्न फसलों के 121246 हेक्टेयर में आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है. विभाग की यह कार्ययोजना पूरी तरह मौसम के भरोसे है. मौसम की मेहरबानी के बाद ही विभाग की यह कार्ययोजना पूरी तरह सफल होगी. किसान फिलवक्त खरीफ के लिये खेतों को तैयार करने में लगे हुये हैं. किसानों की निगाहें मानसून पर टिकी हुई है. आकाश में बादल की किसान बेसब्री से बाट जोह रहे हैं. इधर, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, मौसम विज्ञान के द्वारा जारी वर्षा की संभावना की भविष्यवाणी भी किसानों को लगातार निराश कर रही है. माॅनसून के आगमन का समय लगातार टलता जा रहा है. जिले में फिलवक्त सुखाड़ की स्थिति बनी हुई है. दिन में सूरज आग उगल रहे हैं, वहीं रात में भी उसम भरी गर्मी ने लोगों को बेचैन कर रखा है. इस चिलचिलाती धूप में भी उम्मीद पर किसान खेतों में अपना पसीना बहा रहे हैं. सुखाड़ की स्थिति के बाद भी किसानों से 18-20 प्रतिशत धान का बिचड़ा अपने खेतों में गिराया है. किसानों के सामने झुलसते बिचड़े को बचाना एक चुनौती बनी हुई है. सिंचाई के भरोसे किसान धान की खेती करने में खुद को अक्षम महसूस कर रहे हैं. जिला विभाग के द्वारा इस वर्ष 76666.15 हेक्टेयर में धान की खेती तथा इसके लिए 7558.1 हेक्टेयर में धान का बिचड़ा गिराने का लक्ष्य तय कर रखा गया है. इसके खरीफ मक्का की खेती का लक्ष्य 25141 हेक्टेयर में रखा गया है. इसके साथ 781.43 हेक्टेयर में मरूआ की खेती का लक्ष्य है. इसी तरह दलहन की खेती का लक्ष्य 4707.38 हेक्टेयर में निर्धारित किया गया है. इसमें अरहर 2047.4 हेक्टेयर, उड़द 648.28 हेक्टेयर, मूंग 1078.55 हेक्टेयर, कुल्थी 24.77 हेक्टेयर तथा अन्य दलहन 908.38 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य है. वहीं, खरीफ 2024 में 780.27 हेक्टेयर में तेलहन की खेती का लक्ष्य है. इसके तहत सूर्यमुखी की खेती का लक्ष्य 17.88 हेक्टेयर, अंडी 39.3 हेक्टेयर, तिल खरीफ 496.05 हेक्टेयर, सोयाबीन 227.04 हेक्टेयर, कोर्स सीरियल के तहत 2023.6 हेक्टेयर में विभिन्न फसलों की खेती का लक्ष्य है. इसके तहत ज्वार की खेती 1465 हेक्टेयर में, बाजरा की खेती 199.2 हेक्टेयर में करने का लक्ष्य है. वहीं, गन्ना की खेती 926.5 हेक्टेयर में, जूट की खेती 22.35 हेक्टेयर में, ढैंचा की खेती 6898.65 हेक्टेयर में तथा अन्य फसलों की खेती 3314.93 हेक्टेयर रकबा में निर्धारित किया गया है.
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