मोरवा : हलई थाना क्षेत्र की बाजितपुर करनैल पंचायत स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बड़े पैमाने पर हुए वित्तीय घोटाले के मामले में प्रशासन ने गंभीर कदम उठाते हुए चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. पूर्व प्रधानाध्यापक समेत पांच लोगों पर प्राथमिकी भी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है. विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक रणविजय साहू द्वारा की गयी शिकायत के आलोक में डीइओ ने जांच के बाद इस आशय का पत्र निर्गत किया है. पत्र के आलोक में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विकास कुमार झा, विशिष्ट शिक्षक चंदन कुमार, अमरेंद्र कुमार और राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए इनके विरुद्ध विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, सेवानिवृत प्रधानाध्यापक तरुण कुमार झा पर भी प्राथमिक की दर्ज कराने का निर्देश है. निलंबन की अवधि में विकास कुमार झा को मोहिउद्दीननगर, चंदन कुमार को पूसा, अमरेंद्र कुमार को वारिसनगर और राजीव कुमार को विभूतिपुर प्रखंड में योगदान करने का निर्देश दिया गया है. बताया जाता है कि गत 5 साल से विद्यालय में सरकारी राशि के दुरुपयोग का मामला सामने आ रहा था. ग्रामीणों द्वारा लगातार इसको लेकर आवाज उठायी जा रही थी. स्थानीय विधायक डेढ़ सालों से इस पर गंभीरता बरतते हुए ग्रामीण एवं विद्यालय के शिक्षकों के साथ चार-पांच बार बैठक कर मामले की हकीकत जानने की कोशिश की. लेकिन शिक्षकों द्वारा कोई ठोस लेखा-जोखा प्रस्तुत नहीं किया गया. जिसके कारण शक का दायरा बढ़ने लगा. विधायक ने इसकी शिकायत डीइओ से की.
वित्तीय अनियमितता को लेकर चार शिक्षक निलंबित
डीइओ ने तीन सदस्य कमेटी गठित कर जांच की. इसके बाद कार्रवाई शुरू की गई है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ा मामले की पोल खुल गई. राशि की निकासी में बड़े पैमाने पर नियमों को ताक पर रखा गया. शिक्षकों के नाम से ही बड़े पैमाने पर चेक काटकर राशि की निकासी कर ली गई. सर्वाधिक राशि की निकासी शिक्षक चन्दन कुमार के नाम से की गई है. जिसका कोई अभिश्रव विद्यालय प्रधान के द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया. विधायक द्वारा की गई बैठक में वैसी चीजों के नाम पर बड़े पैमाने पर राशि खर्च दिखाई गई जिसका नामोनिशान विद्यालय में देखने को नहीं मिला. ग्रामीणों ने बताया कि बड़े पैमाने पर अनियमितता का खेल विद्यालय में खेला गया है. जिसके कारण शिक्षकों के आपस में तालमेल नहीं रहा. कई बार अमर्यादित हरकत भी शिक्षकों के द्वारा गई. पूर्व प्रधानाध्यापक तरुण कुमार झा के कार्यकाल से ही ग्रामीणों ने अनियमितता को लेकर टोकाटोकी करना शुरू कर दिया था. बताया जाता है कि नेमोलाल रजक, चन्दन कुमार, नन्दकिशोर राय, राजू कुमार, सत्येंद्र कुमार, आनंद कुमार, विंध्यवासिनी राय, देवेंद्र रजक आदि ग्रामीणों ने बताया कि जब भी बैठक आयोजित की गयी शिक्षकों ने टालमटोल किया. इसी तरह मामला बढ़ता गया. छात्र और विकास मद की करीब 65 लाख की राशि निकासी के मामले में व्यापक पैमाने पर छानबीन शुरू हुई. डीइओ द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने हर बिंदुओं पर छानबीन की. इसमें पूरे मामले में व्यापक वित्तीय अनियमितता, विभागीय निर्देशों की अवहेलना, अधिक राशि का भुगतान और बड़े पैमाने पर सरकारी राशि के गबन का मामला सामने आया. इसको लेकर अब संबंधित शिक्षकों पर गाज गिरनी तय है.
डीइओ ने बीइओ को दिया निर्देश
डीइओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बीइओ राकेश कुमार को प्राथमिकी दर्ज कराने एवं डीपीओ को विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश जारी दिया है.स्कूल की जगह खुद का किया विकास : विधायक
विधायक रणविजय साहू ने बताया कि बड़े पैमाने पर विद्यालय राशि का लूट-खसोट की गयी है. विद्यालय के विकास के बदले शिक्षकों ने अपना विकास किया है.
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