Flood havoc: मोहिउद्दीननगर : प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली गंगा व वाया नदियों के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है. बावजूद इसके बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी समस्याएं बरकरार है. कई सड़कों से बाढ़ का पानी उतरने लगा है. लोग बताते हैं कि जिस तरह से अभी नदी के जलस्तर में कमी हो रही है, उससे प्रतीत होता है चार पांच दिनों में सामान्य हो जायेगी. गंगा व वाया नदियों में आई उफान के करीब डेढ़ लाख आबादी प्रभावित हुई है. करीब 4000 हेक्टेयर से अधिक खेतों में लगी खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई है. हजारों पशुपालक अपने- अपने पशुओं के साथ अभी भी सुरक्षित स्थलों पर ठिकाना बनाकर रह रहे हैं. इन पशुपालकों को सरकारी स्तर से उपलब्ध कराये गये पशुओं के लिए सूखे चारे ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है. वहीं, 43 विद्यालयों में गंगा व वाया नदी का पानी प्रवेश करने से पठन-पाठन प्रभावित हैं. कई विद्यालयों के परिसर से पानी उतरने लगा है लेकिन हालात पठन-पाठन के अनुकूल नहीं है. प्रखंड के बोचहा, दुबहा, रासपुर पतसिया पूरब व पश्चिम, महमद्दीपुर, कुरसाहा, तेतारपुर, हरैल, मोहिउद्दीननगर उत्तर, करीमनगर व मोहिउद्दीननगर दक्षिण पंचायतें बाढ़ प्रभावित में शुमार है. सरकारी स्तर से 85 स्थानों पर बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन संचालित किए जाने की बात बताई जा रही है. वहीं, विस्थापित पशुपालकों को स्थानीय प्रशासन की ओर पॉलीथिन शीट उपलब्ध कराई गई है.
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