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Samastipur News: Sadar Hospital News: सदर अस्पताल में चार दिन की नवजात की इलाज के दौरान मौत

सूचना पर सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर नागमणि राज कहां ने कहा मिलेगी मरीजों बेहतर स्वास्थ्य की सारी सुविधाएं

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2024 12:21 AM

Samastipur News: Sadar Hospital News: जुड़वा बेटा जिंदा, बेटी की मौत, एंबुलेंस के इंतजार में घंटों चक्कर अस्पताल परिसर का लगाता रहा परिजन, परिजन नवजात की जान बचाने की गुहार लगाता रहा अस्पताल प्रशासन से घंटों करता रहा एम्बुलेंस का इंतजार, सूचना पर सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर नागमणि राज कहां ने कहा मिलेगी मरीजों बेहतर स्वास्थ्य की सारी सुविधाएं

समस्तीपुर. जिले के सदर अस्पताल परिसर में बुधवार की संध्या उस समय अफरा- तफरी का माहौल हो गया. जब एक नवजात की बच्चों की मौत इलाज एक समय हो गई. बताया जाता है कि विभूतिपुर कर्रख गांव के रहने वाले शशि शाह की पत्नी ने जुड़वा बच्चे को जन्म दिया था. जिसमें विभूतिपुर अस्पताल में इलाज हुआ था. गंभीर हालत होने के बाद डॉक्टर ने रेफर उसे सदर अस्पताल में इलाज के लिए किया था सदर अस्पताल के एसएनसीयू के वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद नवजात बेटी को मृत घोषित किया. इसकी सूचना मिलते ही परिजनों रिश्तेदारों और गांव में कोहराम मच गया. रो-रो कर परिजनों , रिश्तेदारों , ग्रामीणों का बुरा हाल हो गया. इधर नवजात बेटा का इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है. नवजात बेटे के इलाज को लेकर भी परिजन ने कई अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये. उसने कहा कि मौत के बाद 102 पर बार-बार कॉल किया जा रहा है. घंटों इंतजार किया जा रहा है. इलाज में अस्पताल प्रशासन के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी लापरवाही बरत रहे हैं. इस बात को लेकर भी परिजनों में आक्रोश है. नवजात की जान बचाने को लेकर परिजनों ने सदर अस्पताल के एसएसीयू भवन से लेकर इमरजेंसी कक्ष तक चक्कर लगा रहे हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर नागमणि राज ने बताया की जुड़वा बच्चे का जन्म हुआ था. एक नवजात बच्चे की मौत हो गई है. एक बच्चे का इलाज हो रहा है. शिकायत भी की गई थी. 102 पर ना कोई रिस्पांस मिल रहा है. ना कोई जवाब मिल रहा है. एम्बुलेंस में डीजल नहीं मिलने की बात को लेकर जानकारी मिली है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. 102 पर की गई शिकायत में लास गाड़ी एंबुलेंस को परिजनों को उपलब्ध नहीं कराया गया है. एंबुलेंस की सुविधा अविलंब उपलब्ध कराई जाएगी और जिंदा नवजात बच्चे का इलाज किया जा रहा है.

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