मोहनपुर . गंगा नदी के जलस्तर में स्थिरता आने के साथ ही मोहनपुर प्रखंड के लोगों को कटाव की चिंता सताने लगी है. शुक्रवार की सुबह में रसलपुर गांव के समीप कटाव रोधी बंडाल लगभग आठ मीटर में धंस गया. इसके बाद स्थानीय लोग बेचैन हो गये. जलस्तर में कमी होने के बाद ही गंगा नदी की ओर से कटाव होता है. गंगा नदी के इस प्रवृत्ति से लोग वाकिफ है. गनीमत है कि यह बंडाल पूरी तरह से नहीं धंसा. इसका एक छोटा हिस्सा ही गंगा नदी के बेग से बैठ गया. बंडाल की मरम्मत लगभग सालों भर चलती रहती है. लेकिन जून से लेकर अक्टूबर तक जल संसाधन विभाग के कर्मी मुस्तैद रहते हैं. बालू भरे जियो बैग, बोल्डर और तार की जाली के अतिरिक्त उपलब्धता बनाकर रखी जाती है. आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ के समय में मजदूरों को भी सुरक्षित रखा जाता है. उल्लेखनीय है कि हर बार रसलपुर घाट के समीप है बंडाल का हिस्सा ध्वस्त होता है. करोड़ों खर्च हो जाने के बाद भी स्थानीय जनजीवन बाढ़ और कटाव से निश्चिंत नहीं हो पाया है.
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