समस्तीपुर : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला शाखा के बैनर तले स्वास्थ्य कर्मियों ने 17 सूत्री मांग को लेकर जुलूस निकाल सिविल सर्जन कार्यालय पर धरना दिया. स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ स्थल से नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला. जुलूस सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचा, जहां धरना दिया गया. धरनार्थियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन जरिये स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजा. धरनार्थियों की मांगों में अंशदायी पेंशन योजना के बदले राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू करना, आठवें वेतन पुनरीक्षण समिति का गठन करना, ठेका-संविदा की बहाली पर रोक, सभी पदों पर नियमित बहाली, नियमित कर्मचारियों, संविदा पर कार्यरत कर्मियों का वेतन, मानदेय माह के अंतिम तिथि को भुगतान कराना सुनिश्चित करने, वेतन भुगतान के लिये ससमय पर्याप्त आवंटन उपलब्ध कराना, स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी संवर्ग सेवा नियमावली की प्रोन्नति के पदसोपानों के अनुसार पदों का सृजन व पृथक्कीकरण कर वरीयता के आधार पर वरीय पदों पर पदस्थापन करना, फर्मासिस्टों से ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्य लेने, पटना हाईकोर्ट के फैसले के आलोक में एसीपी एवं एमएसीपी के लिये विभागीय परीक्षा की बाध्यता पर रोक संबंधी विभागीय आदेश निर्गत करना, एफआरएएस के द्वारा उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश वापस लेना, उर्मिला इन्फो सिस्टम के तहत कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटरों से एजेंसी द्वारा अवधि विस्तार के लिये अवैध वसूली पर रोक लगाना, बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलेटेटर संघ की विगत दिनों हड़ताल के दौरान सरकार से हुये समझौते का अविलंब कार्यान्वयन करना, आशा, ममता, एवं वैक्सीन कुरियर जैसे स्कीम वर्करों को सरकारी सेवक घोषित करना, इन्हें न्यूनतम वैद्यानिक मजदूरी 26000 रुपये प्रति माह देना आदि शामिल है. धरना को संबोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसके बावजूद स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर वेतन व मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है. पेंशन रूपी सामाजिक सुरक्षा की गांरटी नहीं मिल पा रही है. सामान्य प्रशासन विभाग के संकल्प के आलोक में राज्य संवर्ग के कर्मियों को तदर्थ प्राेन्नति का लाभ अब तक नहीं मिला है. जिला संवर्ग के जिन कर्मियों को प्रोन्नति दी गयी है, उन्हें प्रोन्नति का वास्तविक लाभ नहीं मिल पाया है. अभी भी अधिकांश संवर्गों के सेवा नियमावली गठित नहीं की गयी है. धरना को रामकुमार झा, शांति भूषण, अवलेश कुमारी, रेखा कुमारी, रंजना कुमारी, अनिता कुमारी, प्रतिभा कुमारी, बिंदु कुमारी सिंह, प्रेमा कुमारी, कुमारी मंजू, संगीता कुमारी, उषा कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, संगीता कुमारी, पूजा भारती, मीनू कुमारी, सुधा कुमारी, ओम प्रकाश, विमलेश कुमार चौधरी, शैलेन्द्र कुमार, राकेश रोशन, अभिषेक कुमार, दिलीप कुमार मुकुंद,अमित कुमार, शशिरंजन, दीपक मौर्य, चांदनी कुमारी, दिलीप कुमार, महासंघ के जिला मंत्री राजीव रंजन आदि ने संबोधित किया.
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