पूसा : हीरेशियम मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर है. इसमें बीटागम, ग्लूकॉन, साइकेन, हरेशिमान तत्व पाये जाते हैं. डा. दयाराम के मुताबिक यह दिमाग की नसों के लिए फायदेमंद है. इसका सेवन करने से इंसान के सोचने की शक्ति बढ़ती है. विटामिन-डी भरपूर मात्रा में मिलती है. यह हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसकी खेती कर किसान आजीविका का साधन बना रहे हैं. डा दयाराम ने कहा कि उत्तरी भारत के लोग ज्यादातर इस मशरूम के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए रुचि दिखा रहे हैं. डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित एडवांस सेंटर ऑफ मशरूम रिसर्च से सेवानिवृति मशरूम विशेषज्ञ डा दयाराम का कहना है कि ग्रामीण महिलाएं और बेरोजगार युवा मशरूम कि इस प्रजाति की खेती करके घर बैठे अच्छी आजीविका कमा सकते हैं. मशरूम की इस प्रजाति की खेती कम लागत से होती है. सर्दी के मौसम में भी उत्पादक किंग ओएस्टर, सिटाके, हीरेशियम एवं इनोकी मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए विवि स्तर पर स्पॉन मिलना शुरू हो गया है.
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