Hindi Day:मोहिउद्दीननगर : मातृभाषा गौरव का परिचायक है. इस गौरव का भान तभी हो सकता है, जब मातृभाषा में शिक्षा, संचार व रोजगार सृजन की सुगमता हो. भाषाएं हमारी सामाजिक- सांस्कृतिक पहचान एवं हमारे सामूहिक ज्ञान और बुद्धिमत्ता का भंडार है. यह बातें शुक्रवार को विश्वनाथ रामबहादुर प्लस टू हाई स्कूल के सभागार में हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए एचएम संजय कुमार ने कही. संचालन डॉ. विजय कुमार ने किया. इस अवसर पर डॉ. संजय कुमार राय सुमन ने कहा कि कई भाषाएं आज दुनिया में विलुप्ति के कगार पर हैं. उनके संरक्षण एवं संवर्धन की वर्तमान परिवेश में आवश्यकता है.
Hindi Day: भारत विविधता एवं बहु भाषाओं का देश है.
डॉ. अरुण कुमार पंकज ने कहा कि भारत विविधता एवं बहु भाषाओं का देश है. यहां की राष्ट्रभाषा हिंदी कतिपय मातृ भाषाओं के समन्वय से शक्ति पाती है.डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि वैश्विक पटल पर हिंदी की पहचान तेजी से स्थापित हो रही है. पूनम कुमारी ने एक गीत रचना सुनाकर मातृभाषा की प्रभविष्णुता को स्थापित किया. शिक्षक दशरथ पाल, प्रिंस कुमार, रोहित रंजन, अरविंद चौधरी, अरविंद कुमार, सर्वेश कुमार ने भी अपने उद्गार व्यक्त किये. इस दौरान स्कूली बच्चों ने हिंदी में कविता पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस मौके पर प्रमिला कुमारी, पूजा कुमारी, सविता कुमारी, काशन फातिमा, दिनेश चौधरी, आयुष, मृणाल, गौरव मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है