literary history of hindi: हिंदी का साहित्यिक इतिहास बहुत समृद्ध है: प्रो सुनीता सिन्हा
Hindi literary history is very rich वीमेंस कॉलेज में प्रधानाचार्या प्रो सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता एवं हिंदी विभाग के नेतृत्व में हिंदी दिवस का आयोजन किया गया.
literary history of hindi समस्तीपुर : वीमेंस कॉलेज में प्रधानाचार्या प्रो सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता एवं हिंदी विभाग के नेतृत्व में हिंदी दिवस का आयोजन किया गया. कविता और भाषण के माध्यम से छात्राओं ने ””””वर्तमान समय में हिंदी भाषा की दशा और दिशा”””” विषय पर अपनी बात रखी. प्रधानाचार्या ने कहा कि हिंदी भाषा संस्कृत से उत्पन्न हुई है और इसकी लिपि देवनागरी है. यह भारत के कई राज्यों में बोली जाती है और इसका साहित्यिक इतिहास बहुत समृद्ध है. मुंशी प्रेमचंद, रवींद्रनाथ टैगोर, शरतचंद चट्टोपाध्याय, महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जैसे महान कवियों और साहित्यकारों ने हिंदी साहित्य को विश्व स्तर पर ख्याति दिलाई है. सहायक प्राध्यापक डॉ विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि हिंदी देश की सांस्कृतिक एकता को दर्शाती है. यह दिन हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर की याद दिलाता है और नई पीढ़ी को अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व महसूस कराता है. इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिससे हिंदी का महत्व और भी बढ़ जाता है. डॉ नीतिका सिंह ने कहा कि हिंदी भाषा हमें एक सुत्र में पिरोता है. हिंदी दिवस न केवल हिंदी भाषा की प्रतिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है. मौके पर प्रो सोनी सलोनी, डॉ मधुलिका मिश्रा, डॉ लालिमा सिन्हा, डॉ स्वीटी दर्शन, डॉ कविता वर्मा, डा रिंकी कुमारी, डॉ सोनी कुमारी, डॉ संगीता आदि सभी शिक्षक-शिक्षिका व दर्जनों छात्राएं उपस्थित थे.
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