समस्तीपुर: शहर के हरपुर एलौथ स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य नीरज कुमार सिंह को शनिवार को आईआईटी बॉम्बे के कॉर्डिनेटर कन्नन एम मौदगल्या ने शील्ड देकर सम्मानित किया है. श्री सिंह को यह सम्मान शिक्षा में आईसीटी के बेहतर उपयोग के लिए दिया गया है. प्राचार्य ने बताया कि शिक्षा में आईसीटी का बेहतर उपयोग करने से छात्रों का सीखने का अनुभव बेहतर होता है. आईसीटी का इस्तेमाल करके शिक्षण को रोचक बनाया जा सकता है और छात्रों को आकर्षित किया जा सकता है. आईसीटी के जरिए छात्रों को तकनीकी ज्ञान भी मिलता है. शिक्षकों ने बताया कि समस्तीपुर के लिए गर्व की बात है कि प्राचार्य नीरज कुमार सिंह को आईआईटी मुंबई में एक पैनलिस्ट के तौर पर बुलाया गया था. इनके नेतृत्व क्षमता द्वारा आधुनिक शिक्षा को उच्चस्तरीय बनाने के गुर सीखे जा सकते हैं. इन्होंने एनईपी 2020 के उद्देश्यों को सही स्वरूप देने के क्रम में आधुनिक शिक्षा में आईसीटी का प्रयोग कैसे करें,इसका नमूना प्रस्तुत किया. इनके विद्यालय के छात्रों ने आईआईटी मुंबई द्वारा चलाए जा रहे स्पोकन ट्यूटोरियल सॉफ्टवेयर कोर्स कार्यक्रमों में बहुत ही बेहतर प्रदर्शन किया है. उनके बेहतर प्रदर्शन के कारण प्राचार्य को पुस्कार के लिए चयनित किया गया है.
डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य को शिक्षा में आईसीटी के बेहतर उपयोग के लिए आईआईटी मुंबई ने किया सम्मानित
वही सीबीएसई स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने में आईसीटी टूल का इस्तेमाल किया जायेगा. इसके लिए सीबीएसई ने आईआईटी मुंबई से करार किया है. स्कूलों में होनेवाली पढ़ाई में तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो सके इसलिए सीबीएसई स्कूलों के प्राचार्यों को ट्रेनिंग दी जायेगी. यह ट्रेनिंग आईआईटी मुंबई के सहयोग से दी जायेगी. सीबीएसई ने इस बारे में सभी स्कूलों को पत्र भेज दिया है. बोर्ड का कहना है कि स्कूलों में अधिक से अधिक स्किल आधारित कोर्स चलने चाहिए. नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में स्किल आधारित शिक्षा को अनिवार्य किया गया है. इस प्रशिक्षण में प्राचार्यों को आईटी स्किल्स के बारे में बताया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है