बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने और निगरानी को लेकर सभी हाई स्कूलों में आईसीटी लैब बनेंगे
शिक्षा विभाग जिले के हाई स्कूलों में कंप्यूटर लैब का निर्माण कार्य पूरा कराने में जुटी है. कई स्कूलों में लैब तैयार हो चुका है. जबकि अन्य स्कूलों में तेजी से काम कराने का निर्देश दिया गया है.
प्रकाश कुमार,समस्तीपुर : शिक्षा विभाग जिले के हाई स्कूलों में कंप्यूटर लैब का निर्माण कार्य पूरा कराने में जुटी है. कई स्कूलों में लैब तैयार हो चुका है. जबकि अन्य स्कूलों में तेजी से काम कराने का निर्देश दिया गया है. स्कूलों की तमाम गतिविधियों की निगरानी के लिए विभाग आईसीटी लैब का सहारा लेने जा रही है. इसी लैब से स्कूल के प्रधान शिक्षक ऑनलाइन बैठक में भी शामिल हो सकेंगे. साथ ही लैब निर्माण का उद्देश्य बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा का बढ़ावा देना एवं स्कूलों की निगरानी करने की है. इस अभियान के तहत जिले के अन्य 229 हाई स्कूलों में आईसीटी कंप्यूटर लैब स्थापित कराने को हरी झंडी दे दी गई है. इसके अलावा प्रारंभिक स्कूलों में भी कंप्यूटर लैब लगाया जा रहा है. स्कूलों में दो तरह के कंप्यूटर लैब स्थापित किया जा रहा है. इसमें बू मॉडल व बूट मॉडल शामिल है. बताते चले कि जिले के 90 मध्य विद्यालय में पूर्व से ही आईसीटी लैब स्थापित है. 58 स्कूलों में बूट मॉडल लैब स्थापित किया गया है. वही 32 स्कूलों में बू मॉडल लैब स्थापित है. इसी प्रकार 18 हाई स्कूल में बू मॉडल व 156 हाई स्कूल में बूट मॉडल लैब स्थापित है. आईसीटी लैब में अध्ययनरत छात्रों का अब होगा मूल्यांकन
सरकारी स्कूलों में संचालित आईसीटी लैब में अध्ययनरत विद्यार्थियों का अब साप्ताहिक मूल्यांकन किया जाएगा. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए प्रत्येक सप्ताह मंगलवार को छात्रों का साप्ताहिक मूल्यांकन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इसके तहत जिले के मध्य व माध्यमिक विद्यालयों में संचालित आईसीटी लैब में अध्ययनरत वर्ग 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं का प्रत्येक मंगलवार को मूल्यांकन किया जाएगा. विभाग की ओर से पूर्व में भी इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया था. लेकिन जिले में आईसीटी लैब में अध्ययनरत छात्रों का साप्ताहिक मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है. इसे गंभीरता से लेते हुए विभाग ने नाराजगी जताते हुए कड़ी चेतावनी जारी की है. राज्य परियोजना निदेशक ने स्पष्ट किया है कि प्राप्त सूचना से स्पष्ट है कि आईसीटी लैब (बू मॉडल) वाले विद्यालयों में बच्चों का ऑनलाईन मूल्यांकन परीक्षा संचालित नहीं किया जा रहा है. यह एक गंभीर मामला है. इसके लिए संबंधित विद्यालय के आईसीटी लैब इंस्ट्रक्टर /कम्प्यूटर विज्ञान शिक्षक/प्रधानाध्यापक जिम्मेवार होंगे. इसी के साथ निदेशक ने निर्देश दिया है कि जिन स्कूलों में आईसीटी लैब में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां के प्रधानाध्यापक एक डोंगल लेकर प्रत्येक माह 350 रूपए का रिचार्ज कर कक्षा के लिए इंटरनेट की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे. राज्य परियोजना निदेशालय से मिले निर्देश के आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा ने सभी आईसीटी लैब आच्छादित स्कूलों को बच्चों का साप्ताहिक मूल्यांकन सुनिश्चित करने को कहा है. डीपीओ ने कहा है कि आईसीटी लैब में कार्यरत प्रत्येक कम्प्यूटर पर कम से कम 04 बच्चों का ऑन लाईन मूल्यांकन कराना सुनिश्चित करें. मूल्यांकन नहीं होने के स्थिति में विद्यालय प्रधान सहित आईसीटी लैब इंस्ट्रक्टर /कम्प्यूटर विज्ञान शिक्षक के एक दिन का वेतन की कटौती की जाएगी. शिक्षा सुधार अभियान के तहत स्कूलों में शैक्षणिक सुधार के साथ बच्चों की कंप्यूटर शिक्षा पर भी जोर है. इसके लिए स्कूलों में आईसीटी लैब संचालित किए जा रहे हैं. इस व्यवस्था को और बेहतर व नॉलेज फुल बनाने के लिए विभाग ने आईसीटी लैब में ई लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया है. हाई व प्लस टू स्कूलों में 20-20 कंप्यूटर सेट आईसीटी लैब में लगाए गए हैं. वहीं मिडिल स्कूलों में 10-10 कंप्यूटर सेट सभी आईसीटी लैब में लगाए गए हैं. जिले के अन्य सभी हाई व प्लस टू स्कूलों में भी आईसीटी लैब स्थापित करने की तैयारी है.जिले के जिन सरकारी मध्य और हाई स्कूलों में आईसीटी लैब की स्थापना की गई है, उन विद्यालयों में अब सामान्य शिक्षा के साथ बच्चों को तकनीकी एवं चिकित्सा शिक्षा की प्रवेश परीक्षा की भी तैयारी कराई जाएगी. विभागीय स्तर से इसकी कवायद शुरू कर दी गई है. इसे लेकर जिले में ई लाइब्रेरी से आच्छादित 141 स्कूलों में 10 जून को मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट चार पालियों में आयोजित की जाएगी. प्रत्येक पाली 120 मिनट यानी 2 घंटे की होगी। प्रत्येक पाली में 100 प्रश्न पूछे जाएंगे. मॉक टेस्ट का आयोजन ई लाइब्रेरी में ही किया जाएगा. इसमें वैसे छात्रों को प्राथमिकता दिया जाना है जो विज्ञान संकाय से 11वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर 12वीं में अध्ययनरत हैं. इसे लेकर जिला शिक्षा भवन में ई लाइब्रेरी संचालित स्कूलों के लैब इंस्ट्रक्टर व कम्प्यूटर विज्ञान शिक्षकों ने मॉक टेस्ट के तैयारी के साथ, ई लाइब्रेरी के संचालन, आईसीटी लैब में अध्ययनरत छात्रों की नियमित साप्ताहिक मूल्यांकन आदि की समीक्षा जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ समग्र शिक्षा, एमआईएल प्रभारी के मौजूदगी में की गई है.
बच्चों में कंप्यूटर के माध्यम से शिक्षण को रुचिकर बनाया जाएगा. साथ ही ई-ज्ञान पोर्टल एवं यू-ट्यूब से शिक्षण कंटेंट लेकर बच्चों बीच रखा जाएगा. सभी हाई स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित कराने की कार्रवाई की जा रही है.
मानवेंद्र कुमार राय, डीपीओ एसएसए, समस्तीपुर.
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