सर्पदंश के लक्षणों की पहचान जरूरी : एचएम
सांप के काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान की जाए और उसका उपचार तुरंत किया जाये.
पूसा : प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुबौलीराम में विभागीय आदेशानुसार सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम के अंतर्गत सांप बिच्छू एवं अन्य विषैले जंतुओं के काटने से होने वाली परेशानियों एवं समाधान के संदर्भ में जानकारी दी गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता एचएम संतोष कुमार ने की. नेतृत्व शिक्षक सूर्य प्रकाश ने किया. शिक्षक अमरेश कुमार ने बताया कि वर्षा ऋतु में इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती है. सांप के काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान की जाए और उसका उपचार तुरंत किया जाये. कार्यक्रम में नाटक के माध्यम से बताया गया कि हमें अंधविश्वास के चक्कर में नहीं पड़कर तुरंत अस्पताल जाना चाहिए. मौके पर शिक्षक अविनाश प्रसाद सिंह, संगीता कुमारी, रीना भारती, गोविंद कुमार, कांति कुमारी, प्रीति कुमारी, गोविंद कुमार, तनुजा कुमारी, प्रमोद कुमार आदि मौजूद थे.
स्कूल में मनाया गया सुरक्षित शनिवार
हसनपुर: मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा सुरक्षा कार्यक्रम के तहत सुरक्षित शनिवार को बच्चों के बीच सांप और बिच्छू जैसे विषैले जीवों के काटने पर उनसे बचाव एवं सावधानियों के बारे में बताया गया. शिक्षक बैद्यनाथ रजक ने एक नकली सांप के माध्यम से मॉकड्रिल कराते हुए बच्चों को बताया गया कि अंधेरे में कभी भी बिना टार्च के नहीं निकलना चाहिए और सोते समय निश्चित रूप से मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए. बीईओ संगीता मिश्रा ने कहा कि बिहार में बरसात के मौसम में प्रत्येक वर्ष सर्पदंश से बच्चों की जान जाने की सूचनाएं प्राप्त होती है. इसलिए आपदा के न्यूनीकरण हेतु बच्चों को जागरूक करना आवश्यक है. मौके पर शिक्षक बैद्यनाथ रजक,अशोक कुमार पासवान,रविशंकर सिन्हा अवधेश कुमार तथा अनिता कुमारी भी मौजूद रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है