माध्यमिक व उच्च मा. स्कूलों को संचालित कर रहे हैं मवि के प्रभारी

शिक्षा विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षा को सरल और पहुंच परक बनाने के उद्देश्य के तहत प्रत्येक पंचायत में उच्च विद्यालय की स्थापना तो की गयी, लेकिन अभी तक उत्क्रमित उच्च विद्यालय में माध्यमिक मानक का पालन पूरा नहीं किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 29, 2024 10:55 PM

समस्तीपुर : शिक्षा विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षा को सरल और पहुंच परक बनाने के उद्देश्य के तहत प्रत्येक पंचायत में उच्च विद्यालय की स्थापना तो की गयी, लेकिन अभी तक उत्क्रमित उच्च विद्यालय में माध्यमिक मानक का पालन पूरा नहीं किया गया. वर्षों तक शिक्षकों की कमी झेल रहे ऐसे विद्यालयों फिलहाल शिक्षकों की कमी पूरी तो कर लिया गया लेकिन अन्य सुविधाओं से आज भी ऐसे विद्यालय मरहूम हैं. जिला में दर्जनों ऐसे विद्यालय हैं जहां माध्यमिक विद्यालय का संचालन मवि के एचएम और प्रभारी द्वारा ही किया जा रहा है. शुरुआती दौर में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक नहीं होने के कारण मवि के एचएम द्वारा संचालन किया जाना मजबूरी थी. लेकिन वर्त्तमान समय में अधिकांश उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में विभाग द्वारा शिक्षक को पदस्थापित किये जाने के बाद भी मवि के शिक्षकों द्वारा माध्यमिक विद्यालय का संचालन किया जाना किसी आश्चर्य से कम नहीं है. जानकारी अनुसार उत्क्रमित उच्च विद्यालयों के शिक्षकों से मवि के प्रभारी द्वारा प्रारंभिक विद्यालय की तरह वर्ताव के तहत प्रारंभिक कक्षा का संचालन, एमडीएम में सहयोग लिया जा रहा है. वहीं माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के कक्षाओं के संचालन में भी हस्तक्षेप किया जा रहा है. उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में वित्तीय लेनदेन में भी हस्तक्षेप की सूचना दिखाई पड़ रही है. वहीं वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड में वर्ग पंजी, दैनिक पंजी, रोकड़-वही, विकास कोष, छात्र कोष का भी विधिवत संधारण में कमी देखी जा रही है. ऐसे विद्यालयों विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक निर्धारित समय से नहीं होना. विभागीय गाइडलाइन का उल्लंघन है. सूत्रों की मानें तो ऐसी दिशा में विभागीय जांच की कमी के कारण ही जिला उत्क्रमित उच्च व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वित्तीय अराजकता की स्थिति है. वहीं जानकारों का कहना है कि उत्क्रमित उच्च व उमावि में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की पदस्थापन होने के बाद मवि के एचएम माध्यमिक संवर्ग के संचालन का दायित्व संबंधित वरीय शिक्षक को हस्तांतरण कर देना चाहिए. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में दर्जनों की संख्या में योग्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक पदस्थापित हैं. इन्हीं शिक्षकों द्वारा उक्त विद्यालयों के शैक्षिक एवं अन्य गतिविधियों का सुचारू रूप से संचालन भी किया जा रहा है. बावजूद इसके उक्त विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के रूप में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षक के होने से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को सामंजस्य स्थापित करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. जिसका प्रतिकूल प्रभाव विद्यालय के शैक्षणिक माहौल एवं विकास कार्यों पर पड़ रहा है. विभागीय पत्र में स्पष्ट रूप से निर्देश है कि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में वर्ग 1-8 तक एवं वर्ग 9 -12 तक दो अलग अलग शैक्षणिक एवं प्रशासनिक इकाई है. 1 से 8 तक के विद्यालय एवं 9 से 12 तक के विद्यालय का संचालन एवं प्रबंधन भी अलग अलग नियमावली के तहत किये जाने का स्पष्ट प्रावधान है.

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