समस्तीपुर : जिले में किसानों का झुकाव ब्रोकली की खेती की ओर तेजी से बढ़ रहा है. शुरुआत में एक दो किसानों ने इसकी खेती प्रायोगिक ताैर पर शुरू की थी, लेकिन आज उजियारपुर, खानपुर, ताजपुर तथा कल्याणपुर के किसानों ने इसकी खेती शुरू की है. फिलवक्त, जिले में कितने एकड़ में इसकी खेती हो रही है. जिला उद्यान विभाग के पास इसका डाटा नहीं है. लेकिन, किसानों को विभाग के द्वारा इसके लिए अनुदान भी दिया जा रहा है. उन्हें ब्रोकली की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस सीजन में जिले में 6000 ब्रोकली के पौधे अनुदानित दर पर किसानों को मुहैया कराया गया है. कल्याणपुर प्रखंड के जितवरिया के किसान विपिन कुमार बताते हैं कि गोभी की खेती से अधिक फायदेमंद ब्रोकली की खेती है. इसके भाव में बहुत अधिक उतार चढ़ाव नहीं आ रहा है. वहीं स्वास्थ्य के लिए ब्रोकली बहुत अधिक फायदेमंद है. वहीं गोभी की खेती करने वाले मिल्की के किसान अजीत कुमार, जितवारिया के किसान विनायक कुमार का कहना है कि गोभी की खेती बहुत अधिक व्यापक पैमाने पर होने के कारण इसका दर बहुत अधिक घटता बढ़ता रहता है. इस पिछले सीजन में इसका दर 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक गया था, वहीं अभी थोक मंडी में इसका दर गिरकर तीन रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. खुदरा में बाजार में दस रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है. लेकिन, किसानों से व्यापारी बहुत कम दर पर लेते है. वर्तमान दर पर गोभी बेचने पर किसानों को बहुत अधिक घाटा होता है. हालांकि, अभी ब्रोकली का दर भी बाजार में गिरा हुआ है. थोक मंडी में ब्रोकली 10 रुपये प्रति किलो बिक रही है. यही कारण है कि किसान अब गोभी के विकल्प के रूप में ब्रोकली को चुन रहे हैं.
किसानों को झुकाव ब्रोकली की खेती की ओर बढ़ा है. फिलवक्त जिले में कितने एकड़ में ब्रोकली की खेती हो रही, यह आंकड़ा नहीं है. उजियापुर, खानपुर, ताजपुर तथा कल्याणपुर में ब्रोकली की खेती काफी बढ़ी है. किसानों को ब्रोकली की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. प्रति पौधा किसानों को तीन रुपये अनुदान दिये जाते हैं. इस सीजन में छह हजार पौधे अनुदान पर उपलब्ध कराये गये हैं.प्रशांत कुमार, जिला उद्यान पदाधिकारी, समस्तीपुरB
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