बाढ़ व लॉकडाउन के बीच परदेस जाने वाले रेल यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, जानें कब तक मिलेंगे कन्फर्म टिकट
मधुबनी : लॉकडाउन के कारण जहां लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है, वहीं बाढ़ व लॉकडाउन के बीच परदेस जाने वाले यात्रियों व प्रवासी मजदूरों को रेल टिकट के लिए कई दिनों तक आरक्षण काउंटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है. आरक्षित टिकट के लिए यात्रियो में अफरा तफरी का माहौल है.
मधुबनी : लॉकडाउन के कारण जहां लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है, वहीं बाढ़ व लॉकडाउन के बीच परदेस जाने वाले यात्रियों व प्रवासी मजदूरों को रेल टिकट के लिए कई दिनों तक आरक्षण काउंटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है. आरक्षित टिकट के लिए यात्रियो में अफरा तफरी का माहौल है. जिन यात्रियों को टिकट मिल भी जाता है उसे ट्रेन पकड़े के लिए समस्तीपुर व पटना जाना पड़ता है.
लाकडाउन के कारण बस सेवा भी बंद
ऐसे में लाकडाउन के कारण बस सेवा बंद होने के कारण निजी वाहन का उपयोग करना पर रहा है. जिससे आर्थिक व मानसिक परेशानियों से भी रू-ब – रू होना पर रहा है. कन्फर्म टिकट का आलम यह है कि आरक्षण काउंटर से प्रतिदिन महज एक से दो तत्काल टिकट ही यात्रियों को मिल पाता है. वहीं जयनगर व दरभंगा से चलने वाली ट्रेनों में स्लीपर में 21 व अनारक्षित श्रेणी में 7 सितम्बर के बाद ही के बाद ही कंफर्म टिकट मिलने की संभावना है. कई यात्रियों ने बताया कि चार चार दिन गुम जाने के बाद भी तत्काल टिकट नहीं मिल पाता है.
एक काउंटर से होती है परेशानी
स्टेशन पर आरक्षण टिकट का एक काउंटर होने से यात्रियों को तत्काल टिकट के लिए काफी परेशानी होती है. चार चार दिनों तक टिकट के लिए चक्कर लगाने के बाद काउंटर से तत्काल टिकट महज एक या दो यात्रियों को ही उपलब्ध हो पाता है. वहीं एक ही काउंटर होने के कारण महिला, बुजुर्ग, दिव्यांग व गंभीर मरीजों को भी एक ही लाइन में टिकट के लिए खड़ा होने की मजबूरी है. यात्री कमलेश साहनी, मोहम्मद समी, मोहम्मद सोहेल, श्रवण कुमार व कृष्ण नंदन कुमार ने कहा कि रेलवे को एक और आरक्षण काउंटर की व्यवस्था करनी चाहिए. नहीं तो कम से कम तत्काल टिकट के समय एक अतिरिक्त टिकट काउंटर खोलने की व्यवस्था करे जिससे कि अधिक से अधिक यात्रियों को तत्काल टिकट प्राप्त हो सके.
सरयू-यमुना एक्सप्रेस में 29 सितंबर के बाद मिलेगा कंफर्म टिकट
जयनगर. दरभंगा रेल खंड पर दरभंगा से नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति में स्पेशल ट्रेन में स्लीपर में 13 सितंबर, तृतीय श्रेणी एसी में 2 सितंबर, द्वितीय श्रेणी एसी में 30 अगस्त व अनारक्षित श्रेणी में 31 अगस्त के बाद कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना है. जबकि दरभंगा मुंबई पवन एक्सप्रेस में स्लीपर में 14 सितम्बर, द्वितीय श्रेणी एसी में 26 अगस्त, तृतीय श्रेणी एसी में 31 अगस्त व अनारक्षित श्रेणी में 7 सितंबर के बाद कंफर्म टिकट मिलने की संभावना है. बात जयनगर – अमृतसर सरयू जमुना की करें तो इस ट्रेन में स्लीपर में 29 सितंबर, द्वितीय श्रेणी एसी में 18, तृतीय श्रेणी एसी में 15 सितम्बर व अनारक्षित श्रेणी में 11 सितम्बर के बाद कंफर्म टिकट मिलेगा. वही जयनगर – अमृतसर शहीद एक्सप्रेस में स्लीपर में कंफर्म टिकट 21 सितंबर, 2 एसी में 14, 3 एसी में 9 व अनारक्षित श्रेणी में 7 सितम्बर के बाद कंफर्म टिकट मिलेगा. जबकि दरभंगा – अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस में स्लीपर में 12 सितंबर, 2 एसी में 24 अगस्त, 3 एसी में 31 अगस्त व अनारक्षित श्रेणी में 5 सितंबर के बाद कंफर्म टिकट मिलेगा.
ट्रेन पकड़ने के लिए भी हो रही लोगों को परेशानी
दरभंगा समस्तीपुर रेलखंड के हायाघाट के समीप रेल यातायात बाधित होने से जयनगर अमृतसर सरयू जमुना व शहीद एक्सप्रेस एवं दरभंगा मुंबई पवन एक्सप्रेस का परिचालन समस्तीपुर से हो रहा है. जबकि सिकंदराबाद, चेन्नई, बैंगलुरू व कोलकाता के लिए ट्रेनों का परिचालन पटना से हो रहा है. जिसके कारण यात्रियों को इन ट्रेनों से यात्रा करने के लिए आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस यातायात बाधित होने के कारण उच्च दरों पर निजी वाहन से ट्रेन पकड़ने के लिए जाना पड़ रहा है.
posted by ashish jha