समस्तीपुर : जिले में बुधवार की पूरी तरह झमाझम बारिश हुई. बारिश के कारण शहर से लेकर गांव तक में विभिन्न जगहों पर जलजमाव की स्थिति बन गयी. जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केन्द्र डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 65.8 मिमी बारिश हुई है. बारिश के कारण मक्का की तैयार फसलों की कटाई व तैयारी में किसानों को परेशानी हुई. हालांकि, खरीफ की खेती के लिये वर्षा बहुत लाभदायक साबित हुआ. सब्जी सहित कई फसलों को वर्षा से लाभ हुआ है. वहीं तैयार मूंग व उड़द को कुछ क्षति पहुंची है. आम व लीची की फसल को लाभ हुआ है. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दिया है कि जिले में हुई वर्षा के कारण खेतों में पर्याप्त नमी आ गयी है. किसान इसका लाभ उठाते हुये मक्का, ज्वार, बाजारा, लोबिया की बोआई का काम पूरा कर लें. खेतों में हरी खाद के लिये ढैंचा की बोआई करें. धान की नर्सरी के लिये खेत को तैयार कर लें. लंबी अवधि वाले धान की किस्मों का बिचड़ा किसान 25 मई तक गिरा लें. लंबी अवधि वाले धान की अनुशंसित किस्में राजश्री, राजेन्द्र मंसूरी, राजेन्द्र श्वेता, किशोरी, स्वर्णा, स्वर्णा सब-1, वीपीटी- 5204 तथा सत्यम है. खरीफ मक्का की बोआई किसान 25 मई तक कर लें. खरीफ मक्का के लिये खेत जुताई करते समय 10 से 15 टन सड़ी गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करें. खरीफ मक्का के लिये अनुशंसित किस्में सुआन, देवकी, शक्तिमान-1, शक्तिमान-2, राजेन्द्र संकर मक्का-3, गंगा-11 है. दूसरी ओर लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली है. बारिश के कारण शहर के कई मोहल्लों में जल जमाव की स्थिति बनी रही. शहर के धरमपुर गैस गोदाम रोड, काशीपुर, आदर्शनगर, बारह पत्थर सहित कई मोहल्लों में जगह-जगह जमाव हो गया. लोगों को परेशानी हुई. वहीं समस्तीपुर-मुसरीघरारी मुख्य पथ पर भी हरपुर एलौथ सहित कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. सड़क जलजमाव के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है