Karpuri Jayanti: 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की मनेगी 101वीं जयंती
भारत रत्न बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व. कर्पूरी ठाकुर की 101 वीं जयंती को लेकर कर्पूरीग्राम को काफी बेहतरीन ढंग से सजाया जा रहा है.
उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित कई करेंगे शिरकत
समस्तीपुर : भारत रत्न बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व. कर्पूरी ठाकुर की 101 वीं जयंती को लेकर कर्पूरीग्राम को काफी बेहतरीन ढंग से सजाया जा रहा है. इस बार जयंती समारोह में भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई दिग्गज शिरकत करेंगे. जयंती समारोह को लेकर गांव की सड़कों को चकाचक करने का काम किया जा रहा है. सड़क किनारे के पेड़ाें की छंटाई चल रही है. सुरक्षा के मद्देनजर स्मृति भवन व कॉलेज जाने वाली सड़कों की बैरिकेडिंग की जा रही है. सुरक्षा के चुस्त इंतजाम किये जा रहे हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेंगे. तैयारियों का जायजा लेने वरीय अधिकारियों की टीम लगातार कर्पूरीग्राम का दौरा कर रही है. राज्यसभा सांसद व जननायक के पुत्र रामनाथ ठाकुर खुद अपनी देखरेख में सारी तैयारी करवा रहे हैं. उनके सहयोग में जदयू नेता बनारसी ठाकुर, भाजपा नेता मनोज कुमार गुप्ता सहित कई लोग कार्यक्रम स्थल पर कैंप कर रहे हैं. उनकी जन्मस्थली जिसे स्मृति भवन का स्वरूप दिया गया है, उसे भी सजाया जा रहा है. इस जगह की भी बैरिकेडिंग करायी गयी है. यहां पंडाल बनाया जा रहा है. यहां पर जननायक की तैल चित्र पर आगंतुकों के द्वारा माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया जायेगा. इस दौरान यहां परंपरा के मुताबिक सर्व धर्म प्रार्थना होगी.कॉलेज व हाईस्कूल के परिसर में बन रहा भव्य पंडाल
गोखुल कर्पूरी फूलेश्वरी डिग्री महाविद्यालय व प्रभावती रामदुलारी इंटर विद्यालय के परिसर में भव्य पंडाल बन रहा है. इस जगह पर मुख्य कार्यक्रम होगा. प्रभावती रामदुलारी इंटर विद्यालय के परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया जायेगा. वहीं गोखुल कर्पूरी फूलेश्वरी डिग्री महाविद्यालय में बने त्रिमूर्ति भवन में भी माल्यार्पण का कार्यक्रम रखा गया है.कॉलेज परिसर में अतिथि करेंगे पौधरोपण
कॉलेज परिसर में अतिथियों के द्वारा पौधरोपण किया जायेगा. इसके लिए पक्का गैबिनयन बनाये गये हैं. वहीं कोलकाता से मंगाकर मुलायम घास लगाये गये हैं. परिसर में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विद्यालय से तरह-तरह के फूलों को लाकर लगाया गया है. जो परिसर के लुक को बेहद आकर्षक बना रहा है.दिखेगी जननायक के पैतृक झोपड़ी की झांकी
गोखुल कर्पूरी फुलेश्वरी डिग्री महाविद्यालय परिसर में जननायक की पैतृक झोपड़ी बनायी गयी है. यह झोपड़ी हूबहू वैसी ही बनायी गयी है. जिस तरह की झोपड़ी में जननायक का जन्म हुआ और उनका प्रारंभिक जीवन बीता. विदित हो कि उनकी पैतृक झोपड़ी की जगह वर्ष 1997 में स्मृति भवन बनाया गया है. कॉलेज परिसर में बनायी गयी जननायक की पैतृक झोपड़ी पूरी तरह उनके जीवन का जीवंत चित्रण है. झोपड़ी में खटिया, मिट्टी की कोठी, जांता, मसाला पीसने वाला शिलबट्ट, ओखड़ी, मूसल, लालटेन व ढिबरी आदि रखे गये हैं. झोपड़ी इस बात की गवाही दे रही है कि वे बाकई झोपड़ी व गुदरी के लाल थे. जननायक के साथ काम कर चुके प्रो. राजेन्द्र प्रसाद भगत बताते हैं कि यह झोपड़ी पूरी तरह वैसी ही है, जिस तरह उनकी पैतृक झोपड़ी थी. झोपड़ी के बाहर फूस का बैठका भी बना हुआ है. जहां आगंतुक बैठा करते थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है