अपने लक्ष्य को पाने तक कोशिश जारी रखें: डीपीओ
प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यशाला- सह- समीक्षा बैठक का आयोजन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में किया गया.
समस्तीपुर : राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के नेतृत्व व मंत्रा 4 चेंज के सहयोग से प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यशाला- सह- समीक्षा बैठक का आयोजन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में किया गया. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय, जिला शिक्षक शिक्षा समन्वयक अर्जुन कुमार, मंत्रा 4 चेंज के राज्य प्रतिनिधि राजीव रंजन, जिला तकनीकी दल के सदस्य मनीष चंद्र प्रसाद, ऋतुराज जायसवाल, अनिल कुमार प्रभाकर कार्यक्रम सहायक मो. शफीक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार मिश्रा, राजीव कुमार, डॉ संगीता मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया. डीपीओ एसएसए ने प्रखंडों से आये प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड परियोजना प्रबंधक एवं प्रखंड तकनीकी दल के सदस्यों से बारी- बारी से उनके प्रखंडों में चल रहे प्रोजेक्ट बेस्ट लर्निंग की जनवरी माह की स्थिति की समीक्षा की. एक छोटी सी कहानी से उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हम अपनी उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करने से बेहतर है कि अपनी कमियों को जानकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में रणनीति तय करें. उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त नहीं कर पाते हैं, तब तक निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए. जिला शिक्षक शिक्षा समन्वयक अर्जुन कुमार ने बताया कि लगातार जिले के बेहतर प्रदर्शन से राज्य ने इनके कार्यों की सराहना की है. साथ ही इनके योजना को सभी जिलों के लिए अनुकरणीय बताया है.
अपनी कमियों को जानकर लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में रणनीति तय करें
उन्होंने कहा कि जनवरी माह के दौरान आयोजित गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा करते हुए बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले प्रखंडों को जल्द-से-जल्द अपने प्रखंड के सभी विद्यालय में प्रोजेक्ट आरंभ कराएं. जिला तकनीकी दल के सदस्य अनिल कुमार प्रभाकर ने अक्टूबर महीने में आयोजित जिला स्तरीय पीबीएल मेले में चयनित तीन बेहतर प्रदर्शों को 27 फरवरी को राज्य स्तरीय मेले में प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया. साथ ही, एमआइपी सात के तहत कार्यक्रमों की प्रगति का आकलन किया गया. उन्होंने बताया कि जिला के कुल 990 विद्यालयों में से अब तक 621 विद्यालयों ने एमआइपी सात प्रारंभ किया है, लेकिन फीडबैक फॉर्म भरने में शिक्षकों की भागीदारी अपेक्षा से कम रही. इसे बढ़ाने के लिए कार्यशाला में ठोस कदम उठाने पर विचार किया गया. जिला तकनीकी दल के सदस्य मनीष चंद्र प्रसाद ने कहा कि पीबीएल कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है. यह छात्रों में रचनात्मकता, समस्या समाधान की क्षमता और व्यावहारिक ज्ञान विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. जिला तकनीकी दल के सदस्य ऋतुराज जायसवाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत जिला सशक्तिकरण कार्यक्रम पर भी चर्चा किया. जिसमें विद्यालय स्तर पर कार्यक्रम का क्रियान्वयन व शिक्षकों को तकनीकी सहयोग प्रदान करने की जरूरत को प्रमुखता देने की बात कही. मंत्रा 4 चेंज के राज्य प्रतिनिधि राजीव रंजन ने कहा कि यह कार्यशाला प्रोजेक्ट- बेस्ड लर्निंग को जमीनी स्तर पर लागू करने और शिक्षा प्रणाली में नवाचार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई. कार्यशाला में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार मिश्रा, अजित कुमार, मनोज कुमार झा, डॉ संगीता मिश्रा, पूनम कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, अखिलेश प्रसाद, रामजन्म सिंह, नागेन्द्र कुमार, कार्यक्रम सहायक मो. शफीक सहित प्रखंड परियोजना प्रबंधक, प्रखंड साधनसेवी सहित सभी प्रखंडों के चयनित चार तकनीकी दल सदस्यों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है