U-Dias Plus: शिक्षक प्रोफाइल से संबंधित आंकड़ों की प्रविष्टि में शिथिलता
जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों से संबंधित डाटा का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जायेगा. इसको लेकर कवायद भी शुरू हो गई है. विद्यालयों के डाटा एंट्री के लिए सरकार द्वारा पोर्टल भी उपलब्ध कराया गया है.
U-Dias Plus: यू-डायस प्लस: आंकड़ा समग्र शिक्षा के अन्तर्गत योजना सूत्रण एवं अनुश्रवण के लिए एक महत्वपूर्ण अव्यव है, और इसे समय पर पूर्ण नहीं होने की स्थिति में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
U-Dias Plus: समस्तीपुर : जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों से संबंधित डाटा का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जायेगा. इसको लेकर कवायद भी शुरू हो गई है. विद्यालयों के डाटा एंट्री के लिए सरकार द्वारा पोर्टल भी उपलब्ध कराया गया है. शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा अभियान द्वारा विद्यालयों के डाटा अपडेशन कार्य की मॉनिटरिंग भी की जा रही है. विद्यालयों को डायस कोड, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी के आधार पर ऑनलाइन एंट्री के लिए यूजर आइडी और पासवर्ड दिया गया है. सरकारी विद्यालयों के अलावा पंजीकृत निजी विद्यालयों को यू डायस पोर्टल पर संबंधित सभी जानकारी अपडेट करनी होगी. विद्यालयों को अपने यहां मौजूद सभी संसाधनों की जानकारी उपलब्ध करानी होती है. बता दें कि इससे पहले मैनुअली फॉर्मेट पर डाटा लिया जाता था, इस बार ऑनलाइन डाटा एंट्री के बाद फॉर्मेट को मैनुअली जमा करना होगा. बार बार निर्देश जारी करने के बाद भी डाटा अपलोड करने की गति धीमी है. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने सभी संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों को बीस सितंबर तक डाटा इंट्री आदेशानुसार पूरा करने की नसीहत दी है. डीपीओ एसएसए ने अपने पत्राचार में लिखा है कि आंकड़ों की प्रविष्टि, प्रोग्रेशन एवं अपडेशन का कार्य 31 अगस्त तक राज्य कार्यालय द्वारा वीसी के माध्यम से पूर्ण करने का निदेश दिया गया था, किन्तु शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण नहीं हो पाया. यू-डायस पोर्टल पर ऑनलाइन आंकड़ों की प्रविष्टि, प्रोग्रेशन एवं अपडेशन का कार्य को विद्यालय एवं प्रखण्डों द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया है. यू डायस प्लस आंकड़ा समग्र शिक्षा के अन्तर्गत योजना सूत्रण एवं अनुश्रवण के लिए एक महत्वपूर्ण अव्यव है, और इसे समय पर पूर्ण नहीं होने की स्थिति में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.U-Dias Plus: 3364 विद्यालयों के स्कूल प्रोफाइल में करेक्शन करना आवश्यक है.
कार्य पूर्ण नहीं होने एवं पोर्टल बंद होने पर उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति के लिए संबंधित जिम्मेवार होंगे. यू-डायस प्लस पोर्टल पर एनरोलमेंट से संबंधित आंकड़ों की प्रविष्टि में पूसा, शिवाजीनगर, वारिसनगर, सरायरंजन, सिंघिया, हसनपुर, उजियारपुर, विभूतिपुर, मोहिउद्दीननगर, ताजपुर प्रखंड 25 फीसदी से कम है. इसी तरह टीचर प्रोफाइल की स्थिति भी चिंताजनक है. विभूतिपुर में सात, बिथान में एक, हसनपुर में छह, खानपुर में दो, मोहनपुर में दो विद्यालयों ने शिक्षक प्रोफाइल से संबंधित आंकड़ों की प्रविष्टि की है. अन्य प्रखंडों का हाल भी कुछ ऐसा ही है. हाल यह है कि जिले में संचालित 3467 विद्यालयों में से मात्र 103 ने ही स्कूल प्रोफाइल को पूर्ण किया है. जबकि 3364 विद्यालयों के स्कूल प्रोफाइल में करेक्शन करना आवश्यक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है