गणित व विज्ञान आधारित गतिविधि का पाठ्यक्रम जारी
गणित और विज्ञान की गतिविधियों पर आधारित पढ़ाई का पाठ्यक्रम जारी कर दिया गया है. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने इसे लेकर निर्देश दिया है.
समस्तीपुर : गणित और विज्ञान की गतिविधियों पर आधारित पढ़ाई का पाठ्यक्रम जारी कर दिया गया है. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने इसे लेकर निर्देश दिया है. विज्ञान एवं गणित पर कक्षा 6 से 8 की पाठ्यपुस्तक के पाठ आधारित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम अंतर्गत दीक्षा पर माइक्रो इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट (एमआईपी) शिक्षकों को पूरा करना है. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों के लिए वर्ष 2026-27 तक पढ़ने, लिखने और संख्या ज्ञान को उच्च स्तर तक पहुंचाने का लक्ष्य बनाया है. इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन यानी ””””””””निपुण भारत”””””””” का संचालन किया है. अब गणित और विज्ञान को रोचक बनाया जाएगा. गणित एक जीवंत विज्ञान है, जहां समस्याएं और सिद्धांत अनुशासन से ही आते हैं. विज्ञान हमेशा नवप्रवर्तन पर आधारित रहा है क्योंकि यह सब खोज के बारे में है. यदि जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान और अन्य क्षेत्रों के बारे में हमारी अवधारणाएं पहली बार विकसित होने के बाद से नहीं बदली होतीं, तो हमने कोई नई खोज नहीं की होती और लोगों और दुनिया के बारे में हमारी समझ उन्नत नहीं होती. विद्यालय में लक्ष्य निर्धारित कर गतिविधियों के माध्यम से एक सौ दिवसीय पठन अभियान के प्रभाव का आंकलन किया जाएगा. इसमें तीन स्टेज में वर्ग एक से दो, तीन से पांच, और छह से आठ तक के विद्यार्थियों के अधिगम प्रतिफल का आकलन किया जाएगा. सौ दिवसीय पठन अभियान के तहत प्रत्येक बच्चा पढ़ना सीखे और सीखने के बाद सिखाने के लिए पढ़े के उद्देश्य की पूर्ति हो सके. दीक्षा एप पर माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट के माध्यम से एचएम को अपने विद्यालयों में गतिविधियां आयोजित करने के दौरान बच्चों का आंकलन कर आकलन प्रपत्र में छात्र-छात्राओं की स्थिति को अंकित कर दीक्षा ऐप के माध्यम से अपलोड करना है.
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